नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों ने किया था शिकायत
बालाघाट।
नगर के चंद्रशेखर स्पोटिंग मैदान में एस्ट्रोटर्फ मैदान का निर्माण किया जा रहा है, मैदान करोड़ों की लागत से बनाया जाना है जिसका निर्माण कार्य पुलिस हाउसिंग द्वारा किया जा रहा है। इसमें एस्ट्रोटर्फ मैदान के आसपास जो गैलरी का निर्माण किया जा रहा है उसमें तकनीकी का अभाव होने, सुविधायुक्त न होने तथा इसकी समस्या बाद में खेल प्रेमियों को होने की शिकायत नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों द्वारा पूर्व में की गई थी। जिस पर पुलिस हाउसिंग के अधिकारी बुधवार को चंद्रशेखर स्पोटिंग मैदान में पहुंचे जहां उनके द्वारा नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों की मौजूदगी में एस्ट्रोटर्फ मैदान में हो रहे कार्य का तथा वहां नवनिर्मित गैलरी का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अधिकारियों द्वारा नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों को बताया गया कि नई ड्राइंग तैयार की गई है और उसके अनुसार अब कार्य किया जाएगा, जिससे एस्ट्रोटर्फ मैदान में किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी। जिस प्रकार से अधिकारियों द्वारा नई ड्राइंग के अनुसार अपनी बात नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों के सामने रखी गई उसको सुनकर नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारी भी सहमत दिखाई दिए। इस दौरान खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारी कृष्ण कुमार चौरसिया एवं नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के वरिष्ठ पदाधिकारी विजय वर्मा, सुशील वर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
2 फीट ऊपर उठकर बनेगा एस्ट्रोटर्फ मैदान
जो नई ड्राइंग तैयार की गई है उसके अनुसार एस्टोटर्फ वर्तमान मैदान से 2 फीट ऊपर उठकर बिछाया जाएगा। वही एस्ट्रोटर्फ मैदान को भी जो गैलरी तैयार की गई है उससे मैदान को 1 मीटर पश्चिम दिशा की ओर सरकाते हुए बनाया जाएगा ताकि खिलाडिय़ों को खेल देखने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। आपको बताये कि नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों की यही शिकायत थी कि जो गैलरी ठेकेदार द्वारा लाखों रुपए की राशि लगाकर तैयार की गई है यदि गैलरी में ऊपर कोई खेल प्रेमी हॉकी मैच देखने के लिए बैठता है तो उसे गैलरी के नीचे का हिस्सा या कहे की खिलाड़ी भी नजर नहीं आएंगे। उसको देखते हुये नेहरू स्पोर्टिंग क्लब द्वारा इसकी शिकायत पुलिस हाउसिंग के वरिष्ठ अधिकारियों को करते हुए सुधार किए जाने की मांग की गई थी।
आखिर क्यों करनी पड़ी नई ड्राइंग तैयार
गैलरी निर्माण में तकनीकी खामी के बारे में पूछे जाने पर चाहे अधिकारियों द्वारा तकनीकी खामी नहीं होने की बात कही जा रही हो लेकिन यह साफ-साफ समझ में सभी को आ रहा है कि यदि गैलरी निर्माण में तकनीकी खामी नहीं थी तो पुलिस हाउसिंग को क्यों नई ड्राइंग तैयार करना पड़ा। यह साबित कर रहा है कि गैलरी में तकनीकी खानी थी जिसकी पुष्टि पूर्व में पुलिस हाउसिंग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा चुकी है। अब वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर नई ड्राइंग तैयार कर जो तकनीकी त्रुटि हो चुकी है उसे ठीक करने तथा खेल प्रेमियों की भावना को समझते हुए व नेहरू स्पोर्टिंग क्लब की शिकायत का निराकरण करने सामंजस्य बिठाने का कार्य किया जा रहा है।
नई ड्राइंग के अनुसार कार्य हो रहा है - सुधीर श्रीवास्तव
पुलिस हाउसिंग बालाघाट डिवीजन के प्रोजेक्ट इंजीनियर सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के द्वारा जो सलाह दी गई इसमें कालम सामने आ रहे हैं उसको रीडिजाइन कर दिये है। जैसा भोपाल में एस्ट्रोटर्फ मैदान बना है उसी पैटर्न पर पीछे से कालम खड़े कर रहे हैं ताकि सामने से कालम न आये। साथ ही इस ग्राउंड को भी 2 फीट उठाकर ला रहे हैं ताकि ऊपर गैलरी से पूरा ग्राउंड दिखे, यह नई ड्राइंग लाए हैं ग्राउंड को आगे सरकाये हैं ताकि पर्याप्त जगह मिले और खिलाड़ी मैदान पर खेले। आने वाले वर्ष में एस्ट्रोटर्फ मैदान पर खेलने मिलेगा, यहां टेक्निकल फाल्ट नहीं है उस समय जो परिस्थिति व ड्राइंग थी उसके अनुसार कार्य हो रहा था। जो सुझाव दिये है उसके अनुसार कार्य होगा, पूर्व में वरिष्ठ अधिकारी आए थे उन्होंने यहां का विजिट किया था नई ड्राइंग बनाकर दे दिया गया है।
पहले जो ग्राउंड बन रहा था वह टेक्निकल रूप से गलत था - सुशील वर्मा
इस दौरान मौजूद नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारी सुशील वर्मा ने बताया कि यहां पहले जो ग्राउंड बन रहा था वह टेक्निकल रूप से गलत था, विजन नहीं था इसकी शिकायत की गई थी। भोपाल से आए अधिकारियों ने उसका निरीक्षण किया था, उस दौरान उन्होंने पाया था जो शिकायत हमने किया था वह सही है। डिजाइन में फेरबदल किया गया है मैदान को 2 फीट उठाया जा रहा है तथा मैदान को 1 मीटर पश्चिम की तरफ बढ़ाया गया।
ड्राईग को संशोधित किया गया है - कृष्ण कुमार
इसके संबंध में चर्चा करने पर वहां मौजूद जिला खेल एवं युवक कल्याण विभाग के अधिकारी कृष्ण कुमार चौरसिया ने बताया कि मैदान में जो निर्माण कार्य चल रहे थे दर्शक दीर्घा को लेकर आपत्ति ली गई थी। अधिकारियों ने इस पर पुनर्विचार किया है ड्राइंग में संशोधन किया गया है उसके अनुसार ही कार्य होगा, नाली का काम होते ही एस्टोटर्फ बिछाया जाएगा।