बालाघाट। सरदार पटेल विश्वविद्यालय में फ्रेशर्स और फेयरवेल समारोह संपन्न
बालाघाट। 12 जून को सरदार पटेल विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा टेक फिएस्टा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में द्वितीय वर्ष के छात्रों ने प्रथम वर्ष के प्रवेशित छात्रों का स्वागत किया और प्री फाइनल वर्ष के छात्रों ने अंतिम वर्ष के छात्रों को विदा किया।
इस कार्यक्रम में कुलाधिपति, इंजीनियर दिवाकर सिंह सर, मुख्य अतिथि प्रो.चांसलर वीरेश्वर सिंह, कुलपति डॉ. बिप्लब पॉल, रजिस्ट्रार सुश्री स्वाति जायसवालए परीक्षा नियंत्रक सूर्यप्रताप सिंह, प्रबंध सदस्य चंद्र प्रताप सिंह, चंद्रभान सिंह, श्रीमती सीमा सिंह, श्रीमती युति सिंह, श्रीमती प्रियंका सिंह, श्रीमती दीक्षा सिंह, अमित वर्मा विशिष्ट अतिथि थे।
उनके सम्बोधन में चांसलर इंजीनियर दिवाकर सिंह ने छात्रों को आने वाली तकनीकों को सीखने के लिए प्रेरित किया ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सकें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उत्तीर्ण होने वाले छात्र अपने संस्थान से जुड़े रहेंगे।
इस शानदार अवसर पर छात्रों ने प्रथम वर्ष और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए खेल प्रश्नोत्तरी और रैंप वॉक का आयोजन किया है। सभी चार वर्ष और सभी पांच शाखाओं के छात्र अर्थात। सिविल कंप्यूटर साइंस इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल और माइनिंग इंजीनियरिंग मौजूद थे। छात्र.छात्राओं ने स्किट सोलो डांस ग्रुप डांस सोलो सॉन्ग ग्रुप सॉन्ग जैसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रथम और अंतिम वर्ष के छात्रों को मिस्टर फे्रशर मिस फ्रेशर मि और मिस ईव मिस्टर और मिस फेयरवेल दी गई।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस सुप्रज्ञा वर्मा विभागाध्यक्ष मैकेनिकल इंजीनियरिंग डॉ विमल चौकसे विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग नरेश सपाटे संतोष बाहे शिरीष सोनी मोहसीन कुरैशी दीपक फुंडे आशुतोष कोहाड़, सुरेश तांडेकर एवं अन्य शैक्षणिक कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। डॉ मंजीत सिंह एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ त्र्यम्बक हिवरकर डीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी तथा डॉ अमोल तालनकर डायरेक्टर स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग ने कार्यक्रम की सराहना की।
इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय छात्र समन्वयक पायल चौहान, विद्या बिसेन, सौरभ गौतम सुशांक पटले, सत्यम ठाकरे, औंश गडपांडे, युक्ता चौरसिया इत्यादि को जाता है। कार्यक्रम का मंच संचालन नियति कावरे, प्राची खैरकर, ख़ुशी सोनवाने ने किया।