बालाघाट। गौरी भाऊ के सिर सजेगा कैबिनेट मंत्री पद का ताज
बालाघाट। प्रदेश के मंत्रिमंडल में रिक्त सीटों की पूर्ति करने शिवराज सरकार द्वारा मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा रहा है और मंत्रिमंडल में तीन नेताओं को शामिल किया जा रहा है। इनमें महाकौशल के कद्दावर नेता के रूप में पहचाने जाने वाले गौरीशंकर बिसेन का नाम सबसे पहले लिया जा रहा है संभवत सरकार में शामिल किए जा रहे तीन नए मंत्रियों द्वारा शनिवार की सुबह शपथ ली जा सकती है। इन तीन नए मंत्रियों में गौरीशंकर बिसेन के अलावा राजेंद्र शुक्ल एवं राहुल लोधी का नाम सामने आ रहा है। आपको बताएं की गौरीशंकर बिसेन शिवराज सरकार में लगातार मंत्रीमंडल में शामिल रहे हैं, लेकिन इस मर्तबा उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था लेकिन मंत्रिमंडल में बालाघाट जिले को स्थान बराबर मिला था मंत्रिमंडल में परसवाड़ा क्षेत्र के विधायक रामकिशोर कावरे को शामिल किया गया था। लेकिन गौरी भाऊ का राजनीतिक कद बहुत बड़ा है उन्हें पीछे की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। इसलिए उनके मान प्रतिष्ठा को बरकरार रखते हुए शिवराज सरकार द्वारा मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष का पद दिया गया था, और अब उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिए जाने की बात कही जा रही है।
लगातार तीन दिनों से चल रही चर्चा
बालाघाट विधायक एवं पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को कैबिनेट मंत्री का पद दिए जाने की बात जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार जारी है। इसके लिए लगातार राजनीतिक जानकारो द्वारा भोपाल से संपर्क बनाते हुए जानकारी पता की जा रही है कि नए मंत्रिमंडल द्वारा कब शपथ लिया जा रहा है। गुरुवार को मंत्रिमंडल का शपथ कार्यक्रम नहीं होने के चलते शुक्रवार को यह कार्यक्रम होने की पूरी संभावना जताई जा रही थी लेकिन देर शाम तक भी यह प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई। वहीं सूत्रों से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार शनिवार की सुबह शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले तीन नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण होने की बात कहीं जा रही है।
गौरी भाऊ का ऊपर तक दबदबा बरकरार
बालाघाट जिले के कद्दावर नेता कहे जाने वाले नेता गौरीशंकर बिसेन का मंत्रीमंडल में शामिल होना जिले के लिए बहुत गौरव की बात है। यदि इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है तो निश्चित ही इससे जिले के विकास में बढ़ोतरी होगी। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने के बावजूद भी उनके द्वारा निर्माण कार्यों को बालाघाट जिले के लिए दिलाने कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी जा रही थी, लेकिन यदि उन्हें मंत्री पद दिया जाता है तो निश्चित ही इसमें और ज्यादा गति मिलेगी। यही कारण है कि जिले की जनता एवं राजनीतिक जानकारों द्वारा उन्हें मंत्री पद दिए जाने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।