बालाघाट। बच्चो पर भारी स्कूल बैग
बालाघाट। छोटे बच्चो को स्कूली बैग में अधिक बोझ नहीं दिए जाने के निर्देश है, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश है की छोटे बच्चो पर अनावश्यक बोझ न डाला जाए इसके बावजूद भी छोटे बच्चो के कंधो पर स्कूल बस्ते का भारी बोझ देखा जा रहा है। अभिभावकों द्वारा इसके संबंध में स्कूल प्रशासन को अवगत करा दिया गया है फिर भी स्कूल बस्ते के बोझ को कम नही किया जा रहा है। आपको बताए की बड़े छात्र छात्राएं तो अधिक बोझ ले जा सकते है लेकिन छोटे बच्चो को अधिक वजनी बैग ले जाने में दिक्कत होती है। छोटे बच्चो को उनकी जान से ज्यादा भारी बैग ले जाते हुए देखा जा सकता है।
अभिभावकों ने प्रधान पाठक को बताई समस्या
उत्कृष्ट स्कूल माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक को अभिभावकों द्वारा बताया जा चुका है कि स्कूली बच्चों के बैग बहुत अधिक वजन के होते हैं इसलिए उनके कापी किताबों को कम किया जाए। स्कूल में उन्ही पुस्तकों को लाने के लिए कहा जाए जो वहां पढ़ाये जा रहे हैं, यदि दिन के हिसाब से पिरेड वार कर दिया जाए तो बच्चों के बैग हल्के हो सकते हैं। अभिभावकों द्वारा समस्या बताए जाने पर प्रधान पाठक द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि वह इस संबंध में जल्द ही शिक्षकों से चर्चा करेंगे और आवश्यक निर्देश देते हुए स्कूल बैग को हल्का करने के लिए विशेष प्रयास करेंगे, लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।
साइकिल चलाते समय बैग के कारण हो जाते हैं अनियंत्रित
बहुतायत स्कूली बच्चे साइकिल से स्कूल पहुंचते हैं उनका भारी-भरकम बैग उनकी पीठ पर होता है। कई बार बैग इधर-उधर होने की स्थिति में बैग के कारण साइकिल भी अनियंत्रित हो जाती है, इससे दुर्घटना होने का भय बना रहता है। बैग हल्का हो जाए तो छात्र छात्राओं को भी आसानी होगी, छात्र छात्राओं का कहना होता है कि यदि वे पूरी पुस्तक कापिया स्कूल नहीं ले जाएंगे तो उन्हें शिक्षक की डांट खाना पड़ेगा। कुछ शिक्षकों द्वारा पुस्तक लाने के लिए बच्चों को बाध्य किया जाता है।
बच्चों के बैग को चेक किया गया था पिछले वर्ष
पिछली बार जिला प्रशासन द्वारा निर्देश दिया गया था कि बच्चों के बैग हल्के होनी चाहिए इस निर्देश का पालन करने अधिकारियों द्वारा स्कूलों का निरीक्षण कर स्कूली बच्चों को चेक किया गया था। स्कूल बैग अधिक भारी होने की दशा में स्कूल के प्रधान पाठक को फटकार लगाकर आवश्यक निर्देश भी दिए गए लेकिन उस निर्देश का पालन होते हुए नहीं दिख रहा है।
प्रधान पाठकों को निर्देश दिए जाएंगे - डीइओ उपाध्याय
इसके संबंध में चर्चा करने पर जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि आपके माध्यम से यह विषय संज्ञान में लाया गया है। पिछले वर्ष स्कूली बच्चों के बैग को हल्का करवाने के लिए निरीक्षण कर कार्यवाही की गई थी, यदि इस बार भी वही समस्या दिख रही है तो प्रधान पाठकों को पत्र प्रेषित कर इस बारे में निर्देश दिए जाएंगे।