बालाघाट। सरकार सुन नहीं रही इसलिए जाना पड़ा हड़ताल पर
बालाघाट। मांगे पूरी न होने से डाकघर कर्मचारियो में सरकार के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा है। डाक कर्मचारियों द्वारा पूर्व में कई बार ज्ञापन के माध्यम से आवेदन, निवेदन किया गया साथ ही आंदोलन करने के बाद भी सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। लाख जतन के बावजूद भी मांगे पूरी ना होने से नाराज ग्रामीण डाक कर्मचारियों ने केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। प्रमुख 7 सूत्रीय मांगों को लेकर स्थानीय बस स्टैंड में मुख्य डाकघर के सामने बैठकर शुरू की गई इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान डाकघर कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई। अखिल भारतीय डाक सेवा संघ के बैनर तले की शुरू की गई अनिश्चितकालिन हड़ताल के दौरान डाक कर्मचारी संघ ने अपनी सभी 07 सूत्रीय मांगे पूरी न होने तक काम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है। इस हड़ताल के संबंध में जानकारी देते हुए अखिल भारतीय ग्रामीण डाक कर्मचारी सेवा संघ के संभागीय सचिव आई एल बड़पात्रे ने बताया कि उनके द्वारा 7 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले कई वर्षों से संघर्ष किया जा रहा है लेकिन मांगे पूरी नहीं हो रही है। इसके चलते उनके द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है जब तक मांग पूरी नहीं होगी यह हड़ताल जारी रहेगी। यह हड़ताल ऑल इंडिया स्तर पर चल रही है, हमारी मांगों में 8 घंटा ड्यूटी का पैसा दिया जाए, पेंशन, ग्रेजयूटी 5 लाख रुपए दिए जाने, सामूहिक बीमा 5 लाख दिए जाने, मेडिकल सुविधा, टारगेट दिया जाना बंद करने सहित अन्य मांगे शामिल है। मांगो को पूरा करवाने के लिए उनके द्वारा प्रयास पिछले 20 वर्षों से किया जा रहा है लेकिन सरकार उनकी नहीं सुन रही है। पिछले माह में भी उनके द्वारा हड़ताल किया गया था, मांगों को पूरा करने उन्हें आश्वासन दिया गया लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ।