बालाघाट। शैक्षणिक सत्र वैसे तो 16 जून से शुरू हो जाता है लेकिन जिस प्रकार से भीषण गर्मी पड़ रही थी उसको देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा 1 जुलाई से स्कूल शुरू किए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसमें भी यह निर्देश थे कि कक्षा छठवीं से कक्षा आठवीं तक स्कूल सुबह की पाली में लगाए जाने के निर्देश दिए गए थे उसको देखते हुये मिडिल स्कूल सुबह की पाली में संचालित किया जा रहा था, वही सभी प्राथमिक स्कूल 1 जुलाई से शुरू किए जाने के निर्देश के परिपालन में शनिवार 1 जुलाई से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होगा। यह कहे कि अब 1 जुलाई से जिले के सभी प्राथमिक मिडिल सहित सभी स्कूलों में घंटी बजना शुरू हो जाएगी। आपको बताएं कि स्कूल शुरू होने से पहले ही सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए थे जो भी व्यवस्था बनाना है वह बना ले ताकि बच्चों को स्कूल में किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके लिए शासन द्वारा सभी स्कूलों को आवंटन भी प्रदान किया गया है लेकिन बड़े ही विडंबना की बात है कि कई स्कूलों में अभी तक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से नहीं बनाई गई है, यही हालत जिला मुख्यालय में जिला शिक्षा केंद्र के समीप स्थित डाइट प्राथमिक स्कूल का भी है जहां के लिए 15 लाख रुपये स्वीकृत होने के बाद भी सही व्यवस्थाएं नहीं बन पाई है।
नहीं बन पाया अभी तक शौचालय
डाइट स्कूल पालक समिति द्वारा जिला प्रशासन के समक्ष शौचालय का निर्माण एवं अच्छे खेल मैदान के लिए पानी निकासी की व्यवस्था करने की मांग की गई थी तथा स्कूल भवन में आवश्यक सुधार कार्य करने की भी गुहार लगाई गई थी लेकिन जिला प्रशासन द्वारा स्कूल भवन में टीन शेड लगाते हुए मेंटेनेंस कार्य ही किया गया है बाकी सब वैसे ही रख दिया गया। 1 जुलाई से स्कूल शुरू होने हैं फिर भी बहुतायत कार्य अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है। यदि बच्चों को बाथरूम में जाना पड़ गया तो शौचालय नहीं होने की स्थिति में उन्हें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल हो गया है।
मैदान में पड़ा है वेस्टेज मटेरियल
डाइट स्कूल में खेलने के लिए मैदान है जिसमें बरसात के समय पानी भरा रहता है क्योंकि यहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही है। पानी भरा होने से स्कूल परिसर में बरसात के 3 महीने तक गंदगी का आलम व्याप्त रहता है, उसको देखते हुए पानी निकासी की व्यवस्था बनाने कई बार जिला प्रशासन के संज्ञान में इस विषय को लाया गया लेकिन इसकी व्यवस्था अभी तक नहीं बनाई गई। वही इस मैदान में मेंटेनेंस कार्य के दौरान का वेस्टेज मटेरियल पड़ा हुआ है जिसे अभी तक नहीं हटाया गया, ऐसी स्थिति में निश्चित ही स्कूल में आने वाले बच्चों को खेल मैदान की कमी खलेगी।