लालबर्रा। बालाघाट सिवनी मार्ग पर कंजई से सिहोरा तक दिखने लगे जगह -जगह गड्ढे
मार्ग की घटिया मरम्मत पर नहीं दिया जा रहा ध्यान.
लालबर्रा। बालाघाट सिवनी मार्ग पर कंजई से लेकर सिहोरा तक मरम्मत का कार्य हो चुका है, और आगे भी कार्य प्रगति रथ है, पर हैरान करने वाली बात यह है कि मार्ग पर जिन जगहों पर मरम्मत का कार्य हो चुका है मार्ग पर ऐसी अनेकों जगह में गड्ढे देखे जा सकते हैं मार्ग पर अभी से उबर रहे गड्ढों से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि मार्ग पर भ्रष्टाचार की परत चढ़ाई जा रही है, मार्ग पर डामर की कम परत चढ़ाई जा रही है और निम्न स्तर का कार्य किया जा रहा है जिसकी तस्वीर अभी से ही देखा जा सकता है मरम्मत के कार्य में प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है। शासन की राशि का दुरुपयोग हो रहा है, ठेकेदार घटिया मरम्मत करा रहा है मरम्मत करने वाले ठेकेदार द्वारा मार्ग की साइट पटरी भरने नियम विरुद्ध तरीके से खनन कर मिट्टी को पटरी पर डाला जा रहा था मिट्टी भी ऐसी जो निम्न दर्जे की उपयोग की जा रही है भोले भाले किसानों को बहला-फुसलाकर ठेकेदार द्वारा शासन से बगैर अनुमति लिए खनन किया गया और राजस्व को नुकसान पहुंचाया गया।
जगह-जगह उभरने लगे गड्ढे..
कंजई से लेकर सिहोरा तक मरम्मत का कार्य पूर्ण हो चुका है लेकिन मार्ग को देखने से ऐसा प्रतीत नहीं होता कि सही मायनों में मार्ग की मरम्मत कराई गई हो मार्ग पर राहगीर हिचकोले खा रहे हैं पर अनेकों जगह डामर की परत अच्छे से नहीं चढ़ाई गई मार्ग अनेकों जगह से क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है कहीं तो बड़े गड्ढे हो गए हैं। सवाल यह है कि सरकार आमजन के सरल और सुचारू आवागमन के लिए मार्गो की मरम्मत के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती है पर अधिकतर देखने में यह आता है कि मरम्मत करने वाले ठेकेदार द्वारा शासन को चूना लगाते हुए घटिया दर्जे का कार्य कराया जाता है और कुछ ही दिनों में भ्रष्टाचार का नजारा देखा जा सकता है। प्रशासन जनहित के मामलों पर गौर नहीं कर रहा मार्ग की मरम्मत की गुणवत्ता का ध्यान भी नहीं दे रख रहा है मार्ग की मरम्मत देखकर लगता है कि कहीं ऐसा ना हो की आने वाले बारिश के दिनों में मार्ग पूरा गड्ढों में तब्दील हो जाए प्रशासन मार्ग की मरम्मत पर मॉनिटरिंग करें।
इनका कहना है
हमारे गांव कंजई से लेकर बालाघाट तक रोड बन रही है अभी बने एक हफ्ता भी नहीं हुआ कि हाई स्कूल के सामने बहुत बड़ा गड्ढा हो गया है कल तो रात में मैं गिरते गिरते बच गया। मोटरसाइकिल से कंजई बेरियल गए थे लौटते समय दूसरी तरफ से ट्रक आने के कारण दिखाई नहीं दिया और हमारी मोटरसाइकिल गड्ढे में घुस गई और हम गिरते-गिरते बचे ऐसी रोड बन रही है हमारे यहां एकदम घटिया से अनेकों जगह गड्ढे पड़ गए हैं
सुरेश.. राहगीर, ग्राम कंजई