बालाघाट। लंबी दूरी और लोकल ट्रेनो की लेटलीफी से यात्री परेशान, स्टेशन प्रबंधक ने जोन को लिखा है पत्र
बालाघाट। बालाघाट स्टेशन से गुजरने वाली लंबी दूरी और लोकल ट्रेनो के देरी से चलने से यात्री परेशान है, कोई एक दिन की बात हो, टेªनो की देरी का कारण समझ मंे आता है लेकिन विगत एक पखवाड़े से टेªनो की लेटलतीफी से यात्रियो में नाराजगी है। ट्रेनो की देरी से चलने के कारण, यात्री, बस से महंगी यात्रा करने मजबूर है।
बालाघाट से होकर गुजरने वाली चंद्रपुर-जबलपुर, गढ़ा-गोंदिया, रीवा-ईतवारी और ईतवारी बालाघाट से गोदिया से कटंगी लोकल ट्रेने, देरी से चल रही है, जिसके कारण जहां रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं समय पर ट्रेन नहीं चलने से जिले के यात्रियों को रेलसुविधा नहीं मिल पा रही है।
इस मामले में स्टेशन प्रबंधक, कृष्ण मोहन चौधरी, ट्रेनो की लेटलतीफी को लेकर कभी मालगाड़ी को इसका वजह बताते है कि तो कभी वह गोंदिया में तकनीकि कारणों को इसका कारण बताते है, जिससे यह साफ है कि ट्रेनो की देरी से चलने की विभाग के पास भी वजह बताने कोई स्पष्ट कारण नहीं है। दूसरी ओर रेल यात्रियों के पास इंतजार करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। रेलवे स्टेशन में ट्रेन के इंतजार कर रहे एक यात्री ने बताया कि उसे डेढ़ बजे, ट्रेन होने की जानकारी मिली थी लेकिन वह, इंतजार कर रहा है, अब तक ट्रेन नहीं आई है। लंबी दूरी की यात्रा के साथ ही लोकल ट्रेनो से अधिकांश स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी और अन्य कार्यों से आवागमन करने वाले यात्री, यात्रा करते है, जो ट्रेनो की देरी से खासे नाराज है। उन्हें रेलवे स्टेशन में दो से तीन-तीन घंटे, ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं पैसेंजर ट्रेन से यात्रा करने वाले स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्रा और कुछ लोग जो इस ट्रेन से अपना सफर करते हैं उन्हें अपने गंतव्य तक जाने के लिए घंटों रेलवे स्टेशनों में बिताना पड़ रहा है। जिससे न ही उनके काम हो पा रहे हैं और ना ही स्कूल, कॉलेज में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्रा अपना समय पर पहुंच पा रहे है।