बालाघाट। दूसरा शैक्षणिक सत्र शुरू, नही मिली स्कूल बसे
बालाघाट। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर पूरे प्रदेश भर में सीएम राइज स्कूल खोले गए हैं ताकि गरीब वर्ग के बच्चों को भी प्राइवेट स्कूल की तरह सरकारी स्कूल में सुविधा मिल सके। सीएम राइज स्कूल में अच्छी शैक्षणिक सुविधा तो रहेगी ही, साथ ही प्राइवेट स्कूलों की तरह स्कूल बसों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है इसका प्रावधान शासन द्वारा सीएम राइज स्कूलों में दिया गया है लेकिन बालाघाट जिला मुख्यालय में संचालित सीएम राइज स्कूल में स्कूल बसों की सुविधा अभी तक बच्चों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है जबकि एक पूरा शैक्षणिक सत्र बीत चुका है और दूसरा शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। आपको बताये की सीएम राइज स्कूल में बच्चों के एडमिशन कराने के दौरान यह बताया गया था कि सीएम राइज स्कूल में स्कूल बसे चलाई जानी है जिसके चलते दूर के बच्चों का एडमिशन भी इस स्कूल में उनके अभिभावकों द्वारा कराया गया है, स्कूल बसे प्रारंभ नहीं होने से बच्चों को अपनी सुविधा करके स्कूल पहुंचना पड़ रहा है।
दो बार की टेंडर प्रक्रिया हुई निरस्त
बताया जा रहा है कि इसके लिए दो बार टेंडर बुलाए गए थे लेकिन उनमें निर्धारित मापदंड पर खरा नहीं उतरने के कारण दोनों बार की टेंडर प्रक्रिया निरस्त कर दी गई, यही कारण है कि स्कूल बसे अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। वही शासन स्तर से इसके निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मिलते रहे हैं कि स्कूल बसों को उपलब्ध कराए जाने को लेकर प्रक्रिया जल्दी पूर्ण की जाए ताकि बच्चों को यह सुविधा प्रदान की जा सके। हाल ही में भोपाल स्तर पर एक संशोधित टेंडर प्रक्रिया कराई गई लेकिन उसमें भी बात नहीं बन सकी, यह जानकारी मिली है कि स्कूल बसों के लिए शासन स्तर पर जो रेट निर्धारित किया गया है उस रेट पर स्कूल बसें चलाने के लिए बस संचालक सहमत नहीं हो पा रहे है।
बच्चों के अभिभावकों ने जताया था आक्रोश
आपको बताये कि बीते शैक्षणिक सत्र के दौरान अभिभावकों द्वारा स्कूल बसे प्रारम्भ किए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया था जिसके बाद सीएम राइज स्कूल प्रबंधन हरकत में आया था और उनके द्वारा स्कूल बसों की व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। उस दौरान अभिभावकों को कुछ माह का समय मांगा गया था तथा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि जल्द ही यह सुविधा इस स्कूल में उपलब्ध हो जाएगी, वह समय बीते हुए कई माह हो चुके हैं लेकिन अब तक भी बस सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।
2 दर्जन से अधिक स्कूल बसें कराना होगा उपलब्ध
सीएमराइज स्कूल बालाघाट में बच्चों की संख्या 12000 से अधिक होना बताया जा रहा है और स्कूल बसों में करीब 35 बच्चों को ही बिठाया जा सकता है। इस लिहाज से देखें तो 2 दर्जन से अधिक स्कूल बसों की आवश्यकता इस एक मात्र स्कूल में पड़ेगी। यह भी बताएं कि जिले में 10 सीएम राइज स्कूल है इनमें सात स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत एवं 3 स्कूल ट्रायवल विभाग के अंतर्गत है, सभी सीएम राइज स्कूलों में बस सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश है।
बसों के संबंध में कोई निर्देश नहीं आये हैं - प्राचार्य राहंगडाले
इसके संबंध में चर्चा करने पर सीएम राइज स्कूल बालाघाट के प्राचार्य युवराज राहंगडाले ने बताया कि स्कूल में बसों की व्यवस्था के संदर्भ में अभी तक शासन स्तर से कोई निर्देश नहीं आए हैं इसकी प्रक्रिया भोपाल स्तर पर चल रही है। टेंडर प्रक्रिया कहां तक हुई तथा इसके संबंध में शासन स्तर से क्या निर्देश मिले हैं इसकी विस्तृत जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी ही बता सकते हैं, हम शासन स्तर से या वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश का इंतजार ही कर रहे हैं। हमारे स्कूल में करीब एक दर्जन स्कूल बसों की आवश्यकता पड़ेगी, यह सुविधा मिल जाती है तो बच्चों को स्कूल आने जाने में काफी सहूलियत होगी।
अभी तक नहीं हुआ टेंडर फाइनल - डीइओ
इसके संबंध में चर्चा करने पर जिला शिक्षा अधिकारी ए के उपाध्याय ने बताया कि सीएम राइज स्कूलों में बसों की व्यवस्था करने की प्रक्रिया शासन एवं बस संचालकों के बीच चल रही है अभी तक टेंडर फाइनल नहीं हुआ है। पहले जो टेंडर हुआ था उसमें शासन के निर्धारित मापदंड से ज्यादा रेट हो गए थे, इसके चलते संशोधित टेंडर निकाला गया उसमें गोंदिया एक बस संचालक द्वारा टेंडर भरा गया था लेकिन वह टेंडर भी फाइनल नहीं हुआ है। यह अभी प्रक्रिया में हीं है जैसे ही टेंडर फाइनल होगा सभी सीएम राइज स्कूलों मे स्कूल बसें उपलब्ध होगी।