बालाघाट। 43 घंटे बाद मिला बालक का शव
बालाघाट। जिले के बहेला थाना क्षेत्रांतर्गत सहेकी पालडोंगरी मार्ग पर सहेकी नाले के पानी में तेज बहाव होने से एक आठ वर्षीय बालक बह गया था, जिसका तीसरे दिन मंगलवार को कोटरा डैम वाली नहर ग्राम बोरी गेठान के पास नाले की में झाडय़िों में फंसा हुआ साढ़े 43 घंटे बाद शव 6 किमी दूर मिला हैं। मिली जानकारी के अनुसार रविवार को ग्राम सहेकी निवासी विशाल पिता महेश मेद्यनाथ अपने तीन-चार दोस्तों के साथ सहेली नाले की तरफ खेलने के लिए गए हुए थे। खेलते समय विशाल मेद्यनाथ का हाथ खराब हो गया। इसके लिए वो हाथ धुलने के लिए नाले किनारे उतरा था। इसी दौरान हाथ धोते समय पैर उसका फिसलने से पानी के तेज बहाव में बह गया। घटना की जानकारी उसके साथियों द्वारा घर जाकर दी गई। एसडीइआरएफ और होमगार्ड के बचाव दल कर रहा था तलाशबहेला थाना प्रभारी जेपी त्रिपाठी ने बताया कि रविवार की शाम छह बजे सूचना मिली थी कि एक बालक सहेकी नाले में हाथ धोते समय पानी के तेज बहाव में आने से पांच बजे बह गया है। जिसकी सूचना मिलने पर बालाघाट से एसडीआरएफ और होमगार्ड के बचाव दल को बुलवाकर सोमवार सुबह से तलाशी अभियान शुरू किया गया था, परंतु देर शाम तक पता नहीं चल पाया था। मंगलवार को फिर सुबह बचाव दल ने तलाशी अभियान चलाया, जो दोपहर साढ़े 12 बजे झाड़यिों में फंसा हुआ शव मिला है। 43 घंटे के बचाव कार्य के बाद मिला शव सोमवार को होमगार्ड और एसडीड आएफ के बचाव दल को सूचना मिली थी कि ग्राम सहेकी निवासी विशाल मेघनाथ की सहेकी नाले में बह गया है। सूचना प्राप्त होने पर घटनास्थल पहुंचकर बचाव कार्य प्रारंभ किया गया। रविवार को देर शाम होने के कारण बचाव कार्य बंद कर दिया गया। दूसरे दिन सोमवार को फिर सुबह से बचाव कार्य चालू किए। पर पानी ज्यादा होने से शव का पता नहीं चल पाया। मंगलवार को तीसरे दिन घटनास्थल से छह किमी दूर झाडियों में फंसा शव मिला। शव को खोजने में लगभग 43 घंटे का बचाव कार्य किया गया। शव को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। बचाव कार्य में बालाघाट से सहायक प्रभारी हवलदार स्टोरमैन मनोज कुमार देशमुख, घनश्याम सोनेकर, करण सिंह वल्के, सुखदेव धाकड़, पंकज दास, सोनूसिंह मरकाम, बालचंद चौधरी, टोविंद खोबरागडे, गंगाराम, फत्तेलाल होते, साहेबदास, अरविंद भंडारकर सहित बहेला पुलिस का योगदान रहा।
इनका कहना है
सहेकी नाला में एक आठ वर्षीय बालक पानी के तेज बहाव में बह गया था। तीसरे दिन शव मिला। शव का पंचनामा कार्रवाई पूरी करते हुए पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया गया है।
प्रदीप कौरव, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व लांजी