बालाघाट। मतदान के बाद से परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गोंगपा प्रत्याशी व बालाघाट विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी पर सत्ता के दबाव में निष्पक्ष चुनाव नहीं कराये जाने व ईवीएम मशीन बदले जाने सहित डाक मतपत्रों में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुये जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा को तत्काल हटाये जाने की मांग की गई। चुनाव में धांधली किये जाने व मतगणना में गड़बड़ी करने की आशंका जताते हुये परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गोंगपा प्रत्याशी व पूर्व सांसद कंकर मुंजारे द्वारा अपने समर्थकों के साथ शनिवार की दोपहर में लोकतंत्र को बचाने के लिये स्थानीय गोंदिया रोड डॉ. राम मनोहर लोहिया चौक से रैली निकाली गई। यह रैली हनुमान चौक से सुभाष चौक, मेन रोड राजघाट चौक होते हुये कालीपुतली चौक से अवन्तीबाई चौक होते हुये वापस कालीपुतली चौक से आम्बेडकर चौक गोंदिया रोड होते हुये राम मनोहर लोहिया चौक पहुंच संपन्न हुई।  इस दौरान पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि चुनाव में सत्ता के दबाव में जिला निर्वाचन अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भाजपा प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने चुनाव में धांधली कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। बालाघाट विधानसभा के लिये तहसील कार्यालय में डाक मतपत्रों के लिये बनाये गये अस्थायी स्ट्रांग रूम को 27 नवम्बर को समय से पूर्व डाक मतपत्र की पेटी खोलकर गड़बड़ी की गई है। इसके अलावा आधा सैकड़ा से अधिक ईवीएम मशीन को भी बदला गया है। उन्होंने कहा कि मतगणना में भी निष्पक्ष गणना होगी इसका हमें भरोसा नहीं है। निर्वाचन आयोग से मांग की है मतगणना के पूर्व जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर मिश्रा को हटाया जाए व उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया जाये। साथ ही डाक मतपत्र के मामले में जो भी दोषी है उन सभी पर कार्यवाही किया जावे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी हटाये जाने की मांग की है। पूर्व सांसद श्री मुंजारे ने भाजपा द्वारा मुंजारे दम्पति व उनके समर्थकों द्वारा अशांति फैलाने व धमकी दिये जाने का आरोप लगाते हुये ज्ञापन सौंपे जाने की बात पर कहा कि भाजपा खून खराबे की बातें कर रही है और चुनाव में धांधली कर मतदान को प्रभावित किया जा रहा है। भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन  वर्ष 2013 के चुनाव में अनुभा मुंजारे से हार गये थे लेकिन लाईट बंद करवाकर मतों की धांधली कर चुनाव अवैध तरीके से जीते थे। इसके खिलाफ हमारे द्वारा आवाज उठाने पर सत्ता का गलत उपयोग कर लाठी चार्ज करवाकर लोकतंत्र की हत्या की गई थी।