बालाघाट। तहसील मुख्यालय किरनापुर में स्थित 110 वर्ष पुराना शासकीय माध्यमिक बेसिक स्कूल किरनापुर जिसका सन 1911 में निर्माण हुआ था।लगभग 110वर्ष पूर्ण हो चुके हैं.उस समय क्षेत्र में एक ही स्कूल होने के कारण क्षेत्र के बहुत से बुजुर्गों ने इस स्कूल में शिक्षा अध्ययनरत कर उच्च पदों से लेकर विधायक सांसद मंत्री जैसे राजनीतिक पदो एव व्यावसायिक कार्यों में भी कार्यरत है. तथा इसी स्कूल से अध्ययन लेकर उच्च पदों और उच्च राजनीतिक पदों से अपने क्षेत्रों और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते समय-समय पर इसके जीर्णोद्धार पर ध्यान नही दिये जाने के चलते उक्त इमारत अब खण्डहर मे तब्दील होते जा रही है। जिसका खामियाजा अब सामने आने लगा है कि भवन के खण्ड़हर होते जाने के कारण अब पालकों ने अपने बच्चों को इस स्कूल मे पढ़ाने से इंकार किया जा रहा है। इस संबंध मे बेसिक शाला के प्रधानपाठक दिलीप कुमार सोनी ने उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से सूचना देकर अवगत कराया भी गया है।
शांति समिति ग्रुप मे बेसिक शाला को बचाने चली है मुहिम क्या मैदानी स्तर पर होगी कारगर साबित
किरनापुर शांति समिति सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। जिस ग्रुप में क्षेत्र के प्रतिनिधि नागरिक एवं अधिकारी वर्ग भी जुड़े हुए हैं वही स्कूल की तस्वीर दिखाकर क्षेत्रवासियों के द्वारा मरम्मत के अभाव से जर्जर हो रहे स्कूल को बारिश से पहले सुधारने के लिए मांग की जा रही है। जिससे पुरानी धरोहर भी सुरक्षित रह सके एवं अध्ययनरत स्कूल के बच्चे भी बगैर किसी वर्षा काल के डर से अध्ययन कर सकें।वही वॉट्सअॅप सोशल मीडिया ग्रुप शांति समिति से जुड़े हुए सदस्य जनपद सदस्य मनीष भीमटे, कमलेश कनौजे, राकेश बोरकर, मोनू तारन, शिव तारन, जनपद सदस्य मुकेश चौहान, डीडी मेश्राम, जनपद सदस्य असीम चौहान, प्रेमनाथ नागवंशी, राहुल सारंगपुरे, अमित गौतम. विनोद भीमटे, मनजीत भीमटे व अन्य सदस्यों के द्वारा अपनी-अपनी बात रखी गई। लेकिन देखना यह लाजमी होगा कि बेसिक शाला को बचाने की यह मुहिम मैदानी स्तर पर कितनी कारगर या खरी साबित हो पाती है या नही।
जर्जर स्कूल मे बच्चों को पढ़ाने से पालक कर रहे इंकार बीआरसी को दी शिकायत
वहीं शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते तहत स्कूल की मरम्मत न होने के कारण आज स्कूल में अध्ययनरत छात्र और शिक्षक बारिश काल में पानी टपकने एवं ऊपर की लकड़ी गिरने के डर से डरे हुए रहते है. इसी विषय को लेकर पालक शिक्षक संघ की बैठक में बालकों के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि जर्जर स्कूल में बच्चों को कैसे स्कूल भेजें .  पालक शिक्षक संघ समिति ने बैठक उपरांत यह भी कहा कि यदि कोई बच्चा शिक्षा के अधिकार के तहत वंचित हो जाता है तो इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी. वही स्कूल प्रभारी प्रधान पाठक दिलीप कुमार सोनी द्वारा स्कूल मरम्मत नहीं होने के कारण उठ रही परेशानियों को लेकर जनपद शिक्षा केंद्र के अधिकारी श्री टेकाम को लिखित शिकायत दी गई।
वही इस विषय पर विधायक हिना कावरे विधानसभा लांजी किरनापुर के द्वारा शासकीय बेसिक स्कूल किरनापुर का मरम्मत कार्य शीघ्र ही प्रारंभ कराने की बात कही गई है।