बालाघाट। जिला पंचायत के नए भवन में शिफ्ट होने का मामला चाहे विवाद में रहा हो लेकिन जिला पंचायत सीईओ के शिफ्ट होने के बाद अब दूसरे दिन पुराने भवन में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों द्वारा भी अपने सामान को नये भवन में शिफ्ट करना शुरू कर दिया गया है। जिला पंचायत पूर्णरूपेण नए भवन में शिफ्ट होते ही इस भवन की सुविधा अन्य विभाग को मिलेगी। आपको बताये कि कलेक्टर कार्यालय के समीप पुराने आरटीओ कार्यालय परिसर में तीन विभाग कार्यरत है, यह भवन अत्यंत जर्जर है। बरसात का पानी रिसने के कारण वहां कार्य करने अधिकारी कर्मचारियों को परेशान होना पड़ रहा है। तीनों विभागों के कर्मचारियों द्वारा उस जर्जर भवन को खाली करने तथा वहां के सामान को अन्य भवन में शिफ्ट करने का काफी लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। कलेक्टर द्वारा आदेशित करते ही उन्हें लगने लगा था कि जल्द ही उन्हें नए भवन में शिफ्ट करना है। जिला पंचायत भवन खाली होने से निश्चित ही जर्जर भवन में कार्य कर रहे तीनों विभागों के अधिकारी कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी।
कार्य करने में हो रही थी दिक्कत
आपको बताये कि सेतु विभाग, पीआईयू कार्यालय व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग तीनों कार्यालय इस भवन में लग रहे थे। जिस भवन में इनका कार्यालय था वह भवन अत्यंत पुराना होने के कारण हर बरसात में पानी रिसने के कारण कर्मचारियों को परेशान होना पड़ता था, साथ ही दीवार गीली होने के कारण करंट फैलने का डर बना रहता था। यह समस्या जिला प्रशासन के संज्ञान में लाए जाने पर लोक निर्माण विभाग द्वारा इसका निरीक्षण किया गया था, जिसमें तकनीकी अधिकारियों द्वारा इस भवन को डिस्मेंटल किए जाने के लिए आदेश कर दिया गया था। कोई अच्छा भवन उपलब्ध नहीं होने के कारण जर्जर भवन को खाली नहीं किया जा रहा था।
भवन को डिस्मेंटल कर बनाया जाना है डबल स्टोरी भवन
पुनर्घतवीकरण योजना के तहत शासकीय अधिकारी कर्मचारियों के आवास बनाए जा रहे हैं तथा उसी निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड द्वारा जर्जर भवन को डिस्मेंटल कर नया भवन बनाया जाना है यह भवन करीब 3 करोड़ की लागत से बना है। शासकीय कर्मचारियों के आवास का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है वही इस भवन के निर्माण के लिए मटेरियल गिरे हुए काफी समय हो चुका है। यदि यह भवन जल्द खाली होता है तो इस भवन को डिस्मेंटल कर यहां निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा।
क्या किराए पर दिया जाएगा भवन
ज्ञात हो कि जिला पंचायत के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित सदस्यों द्वारा पिछले दिनों कहा गया था कि जिला पंचायत का पुराना भवन किसी को सौंपा जाएगा या किसी को किराए पर दिया जाएगा तो उस राशि को जिला पंचायत के खाते में डालकर जिला पंचायत के उपयोग में लिया जाएगा। चूंकि कलेक्टर द्वारा उक्त तीनों विभागों को यह भवन दिए जाने के लिए आदेशित किया जा चुका है साथ ही जिला पंचायत के कुछ कमरे दिए भी जा चुके हैं, इस पर जिला पंचायत के पदाधिकारी सहमति देंगे या नहीं यह अभी क्लियर नहीं हुआ है क्योंकि जिला पंचायत के नए भवन में शिफ्टिंग का मामला ही अभी विवादों में चल रहा है। बहरहाल अभी जिस प्रकार से जिला पंचायत के सभी विभाग एक-एक कर शिफ्ट होते जा रहे हैं उससे यही लग रहा है कि पुराने जिला पंचायत भवन से पूरा सामान नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा ताकि इस पुरानी बिल्डिंग का उपयोग जिला प्रशासन द्वारा अन्य विभागों के इस्तेमाल में लाया जा सके।