लांजी।
वन परिक्षेत्र पश्चिम लांजी सामान्य वन्य प्राणी का शिकार करने वाले की मंशा से जीआइ तार बिछाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जबकि छह आरोपी फरार है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार 19 मार्च को मुखबिर कि सूचना पर बीट पीपलगांव कला के कक्ष क्रमांक 249 में खोलमारा से पूनाभर्री मार्ग पर जंगल के अंदर कुछ लोगों के होने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिनके द्वारा वन्यप्राणी को मारने की नियत से विद्युत करंट का जाल जंगल में बिछाया गया था। वन विभाग पश्चिम लांजी सामान्य द्वारा मुखबिर के बताए गए स्थान पर जीआइ तार, बांस की खूटियां व सीसी बरामद की गई। सभी आरोपियो वन अमले को देखकर मौके से फरार हो गए। दूसरे दिन 20 मार्च को वन विभाग के द्वारा डाग स्क्वाड की सहायता ली गई। घटना में मुख्य आरोपी तुलसीराम आवरे के घर वन अमले की टीम पहुंची, जहां से वन विभाग को जीआइ तार, चीतल का सींग, एक एयर गन बरामद की गई है। जब वन अमला तुलसीराम के घर की तलाशी ले रहा था तभी तुलसीराम मौका देखकर फरार हो गया। जिसे 21 मार्च को वन विभाग ने घर से गिरफ्तार किया है।
तुलसीराम को हिरासत में लेने के बाद घटना में अन्य छह आरोपियो के नाम बताए।

सात आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज

वन परिक्षेत्र अधिकारी नेहा घोडेश्वर और उनकी टीम के द्वारा आरोपी तुलसीराम आवरे 59 वर्ष से पूछताछ की गई तो उन्होंने उक्त घटना में उसके साथियों के नाम बताए। जिनमें श्रीराम पिता गुलाबचंद निवासी टेमनी, कृष्ण कुमार पिता सोमसिंह पीपलगांव, बकराम पिता फेरू, शत्रुघन पिता पतिराम, फुलेश्वर पिता सालिकराम, हेमेंद्र काशीराम इन सभी आरोपियों के विरूद्ध वन्यप्राणी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक दिन पूर्व तेंदुआ की दस्तक आरोपियों के द्वारा विद्युत करंट का जो जाल बिछाया गया था वह किसी ना किसी वन्यप्राणी के लिए ही बिछाया गया था, जिस स्थान पर यह जाल था वहां जंगली सूअर, चीतल सहित अन्य वन्यप्राणी विचरण करते है। वन विभाग ने यह जानकारी भी दी की घटना के एक दिन पूर्व ही तेंदुआ के पदचिन्ह देखे गए। तुलसीराम पर पहले से दर्ज है अपराधवन परिक्षेत्र अधिकारी नेहा घोड़ेश्वर ने बताया कि ग्राम पीपलगांव कला से आरोपी तुलसीराम आवरे को जंगल क्षेत्र में वन्यप्राणी का शिकार की नियत से बिछाए गए विद्युत करंट के जाल के संंबंध में हिरासत में लिया जाकर पूछताछ की गई है।
इस घटना में अन्य छह आरोपियों के नाम सामने आए है। वन अमले के द्वारा आरोपी के पास से जीआइ तार, बांस खूटियां, एक एयर गन सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है। आरोपी तुलसीराम आवरे वन्य अधिनियम के तहत आदतन अपराधी है। पूर्व में दो से तीन प्रकरण तुलसीराम के विरूद्ध दर्ज है। आरोपी को पकडऩे में इंदिरा गर्ग, श्यामलाल चीचले, संजय विश्वकर्मा, आरके सोनवाने, मयूर शांडिल्य, अमरनाथ नंदा, विशाल आसटकर, रामसिंग बैस, अमरदीप गजभिये, संतोष गज्जाम, संगीता कोकोड़े, नरेंद्र धुर्वे, विवेक बंसोड, संजय दुरूगकर, कुलदीप मंडले, विभूति झा, कन्हैयालाल गायकवाड़, काशीराम हनोते, बुधवर्धन उके, भूपेंद्र देवांगन का योगदान रहा।