बालाघाट। पंचायत भवन को रखा अपने कब्जे में, कई फाइल हुई गायब
बालाघाट। लांजी क्षेत्र के बहेला थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बिरनपुर में ग्राम के एक व्यक्ति द्वारा दबंगई दिखाते हुए अपने साथियों के साथ दोपहर 3 बजे से रात्रि 9 बजे तक ग्राम पंचायत भवन में अवैध रूप से कब्जा किए जाने व ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण दस्तावेजों को गायब किए जाने का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत बिरनपुर के पंच, सरपंच, रोजगार सहायक एवं ग्रामीणजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपकर ग्राम पंचायत की फाइले गायब करने तथा पंचायत भवन को अवैध रूप से अपने कब्जे में रखे जाने को लेकर मामला पंजीबद्ध किए जाने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से पंच सरपंच एवं रोजगार सहायक ने बताया कि विगत 2 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के समस्त ग्राम पंचायतो में ग्रामसभा आयोजित की जाती है, जिसकी जानकारी देने कोटवार के माध्यम से संपूर्ण ग्राम में एक अक्टूबर को मुनादी कराई गई थी। शासन के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत भवन में 2 अक्टूबर को ग्रामसभा का आयोजन किया गया, उस ग्रामसभा में करीब आधा सैकड़ा लोग उपस्थित हुए। ग्राम सभा शांतिपूर्ण संपन्न हुई, इस दौरान दोपहर 2 बजे ग्राम का व्यक्ति क्रांति नगपुरे ग्राम पंचायत में पहुंचा और वहां उपस्थित सचिव एवं रोजगार सहायक से कहा आप लोगों ने ग्राम सभा की सूचना मुझे नहीं दी है। यह कहते हुए सचिव एवं सहायक सचिव को धमकाया कि तुम मेरा इस्तीफा को नहीं तो मैं ग्राम सभा में उपस्थित सभी लोगों की शिकायत करूंगा तथा पंचायत के सामने ही धरना दूंगा। जबकि कोटवार के माध्यम से मुनादी कराकर सभी को सूचना दे दी गई थी, पंचायत के किसी भी सदस्य या कर्मचारी को व्यक्तिगत सूचना नहीं दी गई साथ ही पंचायत भवन के समक्ष सूचना चस्पा कर दी गई थी। ग्राम सभा समाप्त होने पर पंचायत भवन को बंद करने चपरासी को बताकर सचिव एवं सहायक सचिव चले गए थे। करीब 3 बजे सहायक सचिव द्वारा सरपंच को फोन करके बताया गया की क्रांति नगपुरे पंचायत भवन को बंद करने नहीं दे रहा है जिसकी सूचना सरपंच द्वारा खंड पंचायत अधिकारी लांजी को तत्काल दी गई। उसके बाद रात्रि 9 बजे तक भी पंचायत भवन क्रांति नगपुरे के कब्जे में होने की जानकारी लगने पर इसकी सूचना पंचायत सचिव द्वारा सरपंच को दी गई, तब सरपंच द्वारा रोजगार सचिव को इसकी सूचना थाने में देने के लिए कहा गया। सरपंच के निर्देश पर रोजगार सचिव द्वारा लिखित में एवं सरपंच द्वारा दूरभाष पर इसकी सूचना पुलिस थाना में दी गई। सूचना मिलते ही बहेला पुलिस दलबल के साथ ग्राम पंचायत बिरनपुर पहुंची तब क्रांति नगपुरे एवं अन्य साथियों द्वारा आनन फानन में ग्राम पंचायत भवन को बंद किया गया। 3 अक्टूबर को सहायक सचिव द्वारा सरपंच को फोन कर बताया गया कि पंचायत भवन में रखी हुई ग्राम पंचायत निर्माण कार्य की फाइलें, माप पुस्तिका, कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र नहीं मिल रहे हैं। इससे क्रांति नगपुरे एवं उनके साथियों पर पंचायत भवन में अवैध रूप से प्रवेश कर फाईलों एवं आवश्यक दस्तावेजों को नष्ट किए जाने का ग्रामीणों को संदेह है। क्योंकि ग्राम सभा के दौरान सभी फाइले रखी हुई थी, इसकी सूचना बहेला थाने में दे दी गई है। साथ ही अन्य संबंधित विभागों को भी इसकी सूचना दी जा चुकी है फिर भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। ज्ञापन के माध्यम से यह भी बताया गया कि क्रांति नगपुरे के विरुद्ध थाने में एवं विभागों में अपराध दर्ज है, उसके बावजूद भी उस पर कार्रवाई नहीं होने के कारण वह स्वच्छंद विचरण करता है। क्रांति नगपुरे व उसकी पत्नी पिछले चुनाव में हार चुके हैं जिससे रुष्ठ होकर वह वर्तमान सरपंच से रंजिश रखता है जिसके चलते वह पंचायती कार्यों में बाधा उत्पन्न करते रहता है। एसपी कार्यालय पहुंचे सरपंच उपसरपंच सहित पंचगणों द्वारा ज्ञापन सौंपकर क्रांति नगपुरे उसके साथ पहुंचे उसके साथियों व चपरासी के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। एसपी को ज्ञापन सौंपने वालों में सरपंच मीना राजेश्वर लिल्हारे, सोनकी बसोने उपसरपंच, मीना नागपुरे पूर्व सरपंच, राजेश्वर लिल्हारे पंच, हेमंत नगपुरे पंच, भुवन नगपुरे पंच, श्रीचंद भैसारे पंच, धनकुवर लिल्हारे पंच सहित अन्य ग्रामीण जन शामिल रहे।