बालाघाट। करोड़ों रुपए खर्च, नहीं मिल रहा पानी
बालाघाट। ग्रामीण क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की लागत से नलजल योजनाओं के काम कराये जा रहे हैं, लेकिन हकीकत में नल जल योजना के काम कई गांव में अधूरे और ठप्प पड़े हुए हैं। विभाग अधिकारी और ठेकेदार की लापरवाही के कारण नल जल योजना हिचकोले खा रही हैं। ताजा मामला जिला मुख्यालय से 7 किमी दूर ग्राम कनकी का है, यहा के ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं। यहां नल जल योजना के तहत लगभग करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे जिससे आधे गांव वालों के घरों में नल कनेक्शन कर दिए गए, जबकि आधे घरों में कनेक्शन नहीं दिया गया है। पानी न मिल पाने की वजह से कनकी के ग्रामीण लगभग डेढ़ किमी दूर से पानी लाने मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों ने योजना में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की तो वही हर घर में पानी पहुंचाने की गुहार लगाते हुए शीघ्र ही पानी नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। आपको बताये कि लालबर्रा तहसील के 77 ग्राम पंचायतों शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए सरकार के द्वारा भारी भरकम राशि स्वीकृत कर नल जल योजना के माध्यम से छिंदलई घाट से पानी पहुंचाया जा रहा है जिसके तहत 77 ग्रामों में पानी की टंकी का निर्माण किया गया है। जिसकी जमीनी हकीकत ये है की गावो में पानी का टंकी का निर्माण पूर्ण होने के बाद भी पानी की किल्लत बनी हुई है ऐसे में लोग दूर हेडपंप व कुएं से पानी लाने के लिए मजबूर है।
15 दिन में एक बार मिलता है पानी-ओमकारा बाई
ग्रामीण महिला ओमकारा बाई ने बताया कि नई जल आवर्धन योजना से 15 दिन में एक बार पानी मिलता है जिससे काफी परेशानी होती है और बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ता है । हेडपंप का पानी पीने योग्य नहीं है जिसकी वजह से पानी के लिए दूर जाना पड़ता है पानी रोज मिले ताकि हमें बाल्टी से पानी लाना न पड़े।
पानी खरीद कर उपयोग करना पड़ता है-रुपाली डहरवाल
रूपाली डहरवाल ने बताया कि 3 वर्ष हो चुके हैं पानी की टंकी का निर्माण हुआ लेकिन वार्ड में अभी तक नई पाइपलाइन नहीं डल पाई है। हेडपंप का पानी पीने योग्य नहीं है जिसकी वजह से दूर से पानी लाना पड़ता है, समस्या को देखते हुए हमें पानी खरीदकर उपयोग में लाना पड़ता है। इसकी शिकायत पंचायत सहित सरपंच को भी दी गई है उसके बाद भी अब तक पाइपलाइन नहीं डल पाई है ठेकेदार के द्वारा नल कनेक्शन तो दे दिया गया है लेकिन अभी तक उसमें एक बूंद पानी नहीं आया है।
नल जल योजना की पाइप लाइन नहीं लगी है -कमलेश बाघमारे
कमलेश वाघमारे ने बताया कि हम लोग पानी हेडपंप से लाते हैं जो पीने योग्य नहीं है दूसरों के घरों से पीने के लिए पानी लेना पड़ता है। हेडपंप का पानी भरते हैं तो पीला रंग होता है और सुबह लाल हो जाता है, नई जल आवर्धन योजना के तहत पाइपलाइन विस्तारीकरण का कार्य नहीं हुआ है जिसकी वजह से पानी नहीं मिल पा रहा है यह अधिकारियों की लापरवाही की वजह से वार्ड में पाइपलाइन नहीं डल पाई है।
नल जल योजना को अधिकारियों ने लगाया पलीता-दुर्गाप्रसाद पगरवार
ग्राम पंचायत कनकी के सरपंच दुर्गाप्रसाद पगरवार ने बताया कि जल आवर्धन योजना के तहत शासन ने पानी की टंकी का निर्माण तो करा दिया है जिससे गांव में 60 प्रतिशत लोगों को पानी मिल रहा है 40 प्रतिशत लोगों को नहीं मिल रहा है। इसकी शिकायत पीएचई विभाग, जिला पंचायत में की गई है साथ ही सीएम हेल्पलाइन में भी की गई है उसके बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं किया गया है। यह योजना हमारे क्षेत्र के विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा लाई गई थी इतनी महत्वपूर्ण योजना होने के बाद भी अधिकारियों के द्वारा इस योजना को पलीता लगाया जा रहा हैं, इनकी लापरवाही का खामियाजा ग्राम कनकी के लोग भुगत रहे हैं। शीघ्र ही इस व्यवस्था में विभाग के द्वारा कोई सुधार नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों के साथ जन आंदोलन किया जाएगा।