बालाघाट। जिले की किरनापुर जनपद की ग्राम पंचायत सुसवा के ग्रामीण कई सालों से मुलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे है। गांव में मुलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीणों ने कई बार कलेक्टर सहित जनप्रतिनिधियों को अवगत भी करा चुके है बावजूद इसके किसी भी प्रकार का कोई समाधान नहीं हो पाया है। जिसके चलते ही मंगलवार को सरपंच के नेतृत्व में ग्राम पंचायत के प्रत्येक घर से एक-एक ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों के द्वारा कलेक्ट्रेट गेट का घेराव किए जाने की जानकारी मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक अजुल अंकेश मिश्रा, निरीक्षक केएस गेहलोत मौके पर पहुंचे जिन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया कि लेकिन जब ग्रामीण नहीं मानें तो इसकी जानकारी कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा को दी गई। जिसके बाद सरपंच ने ग्रामीणों का नेतृत्व कर कलेक्टर से मुलाकात की।
कलेक्टर पर लगाया आरोप, जमकर किया हंगामा
कलेक्टर से मुलाकात कर लौटे ग्राम पंचायत सुसवा के सरपंच व किरनापुर सरपंच संघ के अध्यक्ष ने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों को बताया कि वे उनको राजनीति कर रहे हो कहकर डरा-धमका रहे यह बात सुनने के बाद ग्रामीण उग्र हो गए और उन्होंने कलेक्ट्रेट गेट पर ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद अपर कलेक्टर ओमप्रकाश सनोडिया मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान अपर कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए उनकी ग्राम पंचायत में एक सप्ताह के अंदर कैंप लगाया जाएगा और एक-एक कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि यदि कैंप नहीं लगाया गया तो ग्राम पंचायत के सरपंच सहित समस्त पंच सामूहिक रुप से इस्तीफा दे देंगे और जिसका खामियाजा आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
सालों से सूखा नाला पर नहीं बन पाया पुल
ग्राम पंचायत सुसवा के वृद्ध सावन पांचे, सेकीटोला के ग्रामीण चैनलाल पंद्रे समेत अन्य ने बताया कि ग्राम पंचायत सुसवा के हुड्डीटोला व सेकीटोला टोले है जिनके बीच में एक सूखा नाला पडता है जिसे बनाने के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी से संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन इस नाला पर पुल निर्माण को लेकर कोई भी प्रयास नहीं हो पाए है। उन्होंने बताया कि बारिश के दिनों में जहां आवागमन पूर्ण रूप से बंद हो जाता है, वहीं अन्य दिनों में नाला पार कर खराब सड़क से आवागमन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि इसके साथ ही हाईस्कूल की स्थिति ऐसी हो गई है वह जीव जंतुओं का ठिकाना बन गया और आए दिन जहरीले सांप-बिच्छू समेत अन्य जीव-जंतू भ्रमण करते रहते है। साथ ही आंगनवाड़ी क्रमांक दो पर अतिक्रमण कर लिया गया है जिसके समाधान के लिए कई बार कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है और पिछले बार कहा गया था कि समाधान नहीं हुआ तो पूरे गांव के ग्रामीण कलेक्ट्रेट आकर घेराव करेंगे।