बालाघाट। शासन किसानों को सहूलियत देने, धान उपार्जन के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे करता है, तो दूसरी तरफ 4 पंचायत के 1029 किसानों के लिए ये सुविधाएं मुसीबत का सबब बन रही हैं। सालों से हर बार अपने गांव-घर से चंद किमी दूर धान खरीदी केंद्र पहुंचकर ये किसान अपनी उपज बेचते थे। इस बार इन किसानों को इस काम के लिए 15 किमी का सफर करना पड़ेगा। 15 किमी का सफर सिर्फ शारीरिक व मानसिक परेशानी ही खड़ा नही करेगा बल्कि किसानों पर आर्थिक बोझ भी लादेगा। इससे किसान चिंतित और आक्रोशित भी हो गए है। जिन्होंने ग्राम पंचायत एकोड़ी के उमरटोला में प्रशासन का ध्यान आकर्षण करवाने के लिए सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया और उन्होंने प्रशासन से उनके धान खरीदी केंद्र को यथावत रखने की मांग रखी है ताकि वह समय पर अपनी उपज बेच सकें। किसानों का कहना है कि इस बार प्रशासन के द्वारा वृताकार सहकारी समिति कायदी के धान उपार्जन केंद्र को वेयरहाउस तुमाडी दे दिया गया है। इस उपार्जन केंद्र में कायदी कासपुर एकोड़ी और आलेझरी के किसान अपनी उपज लाते थे। इस बार अधिक दूरी पर उपार्जन केंद्र दे दिए जाने से उन्हें भाड़ा शुल्क तो अधिक लगेगा ही, साथ ही समय अधिक नष्ट होगा व शारीरिक परेशानी भी होगी। जिस पर किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उपार्जन केंद्र को आलेझरी में केंद्र बनाए जाने की मांग की। मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
15 किलोमीटर दूर बनाया गया उपार्जन केंद्र
ग्रामीण किसान अनिल पटले और दीनदयाल शरणागत ने बताया कि वृत्ताकार सहकारी समिति कायदी में इस बार इस बार उपार्जन केंद्र ना बनाकर 15 किलोमीटर दूर वेयरहाउस तुमाड़ी में बनाया गया है। इससे हमारे क्षेत्र के किसानों को काफी परेशानी हो रही है। इस उपार्जन केंद्र में चार पंचायत आती है इसके लगभग हजार किसान हैं। हमारी मांग है की हमारा सेंटर कायदी या फिर आलेझरी रखा जाय।
प्रशासन यथावत रखे धान खरीदी केंद्र या ग्राम आलेझरी में बनाएं केंद्र
किसान गेंदालाल परिहार और हंस लाल बघेले ने बताया कि प्रतिवर्ष हमारा धान खरीदी केंद्र ग्राम कायदी रहता था लेकिन इस बार प्रशासन के द्वारा वेयर हाउस तुमाड़ी बनाया गया है, जिसकी बहुत अधिक दूरी है। गांव की सड़क भी बहुत खराब है ऐसी स्थिति में बहुत परेशानी वाला सफर होगा। उन्होंने यह भी बताया कि अधिक दूरी होने के कारण भाड़ा भी बहुत लगेगा। हम चार पंचायतें के किसानों की मांग है कि खरीदी केंद्र को यथावत रखा जाए या फिर ग्राम आलेझरी में ही केंद्र बनाया जाए इससे किसानों को बहुत सहुलियत होगी। उन्होंने आगे बताया कि प्रशासन के द्वारा शीघ्र ही चार पंचायत के नजदीक धान उपार्जन केंद्र नहीं बनाया गया तो उग्र आंदोलन करेंगे।
किसानों के हित में किया जाएगा आंदोलन
किसान आनंद बिसेन ने बताया कि इस वर्ष धान खरीदी केंद्र को बहुत दूर कर दिया गया है लाने ले जाने में भी बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। हमारी मांग है कि धान खरीदी केंद्र ग्राम आलेझरी में बनाया जाए या रेंगाटोला में हमारी धान खरीदी की जाए। प्रशासन द्वारा ऐसा नहीं करने पर उग्र आंदोलन तो करेंगे ही साथ ही अपनी उपज भी नहीं बेचेंगे। उन्होंने आगे बताया कि चार पंचायत में लगभग 15 गांव आते हैं और 1000 लगभग किसानों का पंजीयन है। सभी किसान बहुत परेशान है क्योंकि उपार्जन केंद्र की दूरी बहुत अधिक है।
शासन के आदेश पर बनाया गया तुमाड़ी में खरीदी केंद्र
वृहताकार सहकारी समिति कायदी के धान खरीदी प्रभारी खुमान सिंह उईके ने बताया कि इस वर्ष धान उपार्जन का कार्य वेयरहाउस तुमाडी में दिया गया है। हमारी समिति में 1029 किसानों का पंजीयन है। शासन के जो भी निर्देश मिलेंगे उसके आधार पर कार्य किया जाएगा।