बालाघाट। खरीदी केन्द्रो के सामने धरने पर डटे किसान, कांग्रेस विधायक पहुंचकर किसानों को दे रहे समर्थन
बालाघाट। बालाघाट में दो दिसंबर से धान खरीदी के सामने, किसान सरकार के वादे अनुसार धान का समर्थन मूल्य 31 सौ रूपए देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। किसानो के इस आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है। बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे और वारासिवनी विधायक विवेक पटेल, अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में खरीदी केन्द्रो के सामने धरने पर बैठे किसानों के आंदोलन में पहुंच रहे है और उनके आंदोलन को अपना समर्थन दे रहे है।
जिले में हालत यह है कि खरीदी को तीन दिन बीत जाने के बाद भी जिले के कई केन्द्रो में अब तक, किसानों ने धान का एक दाना भी नहीं बेचा है, खरीदी केन्द्र सुनसान पड़े है, किसान धान बेचने खरीदी केन्द्र नहीं आ रहे है।
दूसरी ओर लालबर्रा के टंेगनीकला से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें धान बेचने आए किसान को आंदोलनकारी किसानों ने धान बेचने से मना किया। जिसको लेकर बहस भी देखी गई। जिसके बाद धान विक्रय करने आया किसान, धान को वापस लेकर चला गया। जिससे सरकार के वादे पर किसान ही किसान के खिलाफ खड़ा दिखाई दे रहा है।
हालांकि इस मामले में खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी ज्योति बघेल से धान खरीदी की जानकारी लेने फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार 04 दिसंबर तक जिले में बनाए गए 185 धान खरीदी केन्द्रो में, केवल 18 धान खरीदी केन्द्रो में ही धान खरीदी गई है, जिले में धान विक्रय कराने 21425 किसानों ने स्लॉट बुक कराए है लेकिन अब तक केवल 175 किसानों ने ही अपना धान बेचा है।
धान खरीदी कर रही नॉन प्रबंधक पियुष माली बताते है कि अब तक 300 टन धान खरीदा गया है, जो काफी कम है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनो में धान बिक्री का आंकड़ा और बढ़ेगा। दरअसल, बालाघाट धान उत्पादक जिला है, जहां बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 21 हजार से ज्यादा किसानों ने धान विक्रय कराने के लिए पंजीयन कराया है, शासकीय आंकड़े के अनुसार एक लाख 30 हजार से ज्यादा किसानो ने पंजीयन कराया है। बावजूद इसके धान खरीदी को तीन दिन बीतने के बावजूद, केन्द्रो में ज्यादा किसान नहीं पहुंच रहे है। जिसकी वजह किसान आंदोलन को बताई जा रही है।