बालाघाट। किरनापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम साल्हे तिराहा जोड़ा महुआ सीतापार वन मार्ग में जंगल की लकडिय़ों के तस्करों को पकडऩे गए वन कर्मचारियों पर लकड़ी तस्करों ने हमला कर डंडे व हाथ मुक्कों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी है। इस मामले में किरनापुर पुलिस ने वन परिक्षेत्र कार्यालय किरनापुर द्वारा की गई शिकायत के बाद बालचंद पिता तेज लाल लिल्हारे ग्राम सिवनी खुर्द निवासी सहित चार आरोपितों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।
लकड़ी तस्करी की सूचना पर पहुंचे थे वनकर्मचारी
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रात के समय जब वनरक्षक महेश पन्द्रे अपने किरनापुर हेड क्वार्टर में था। तब सूचना 'मिली कि दो मोटरसाइकिल में सवार चार लोग ग्राम साल्हे सीतापार मार्ग से 30 नग सागौन की सिल्ली जंगल से चोरी कर ले जा रहे है। इस सूचना पर मुकेश पन्द्रे अपने वन सुरक्षा समिति संतोष कुमरे देवेंद्र चौरे व वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष नेतलाल पांचे रमगढ़ी बीट गार्ड रतन सिंह ठाकुर के साथ ग्राम साल्हे तिराहा जोड़ा महुआ सीतापार वन मार्ग पहुंचे जहां पर थोड़ा इंतजार करने पर दो मोटरसाइकिल से चार व्यक्ति सागौन की सिल्ली रखकर आ रहे थे। जिन्हें रोकने व पूछताछ करने पर एक व्यक्ति ने एक व्यक्ति ने अपना नाम बालचंद पिता तेज लाल लिल्हारे ग्राम सिवनी खुर्द निवासी बताया अन्य तीनों के नाम पूछने पर वे लोग गाली-गलौज करने लगे। इस दौरान महेश व संतोष कुमरे मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। तभी चारों ने उनके साथ डंडा व हाथ मुक्कों से मारपीट शुरु कर दी। बीच-बचाव करने देवेंद्र चौरे आया तो उसके साथ भी मारपीट भी की गई। इस दौरान वन समिति अध्यक्ष नेतलाल को सिर में लकड़ी से मारकर घायल चारों तस्कर मोटरसाइकिल में रखी सागौन की सिल्ली छोड़कर
मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने किया अपराध दर्ज
वन कर्मचारियों ने इस मामले की शिकायत किरनापुर थाना में पहुंचकर की यहां पुलिस ने लकड़ी तस्कर बालचंद लिल्हारे ग्राम सिवनी खुर्द निवासी सहित चार आरोपी के विरुद्ध धारा 186294323353332506 34 भादवि व अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की है।