बालाघाट। अधिकारी की सख्ती ने दिलाया परिणाम
परसवाड़ा की 20 और बालाघाट के 24 प्रोजेक्ट पूर्ण
बालाघाट। कहते हैं कि चाहे वह कोई भी कार्य हो अगर सख्ती न दिखाया जाए तो उसके परिणाम सही नहीं मिलते, ऐसा ही कुछ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यों में भी देखने मिला है। पीएचई विभाग में जो जल जीवन मिशन के कार्य जिले भर में चल रहे हैं बहुतायत जगहो के कार्यों में बहुत ज्यादा ढिलाई बरती जा रही थी जिसके कारण कार्य में प्रगति नहीं दिख रही थी, लेकिन जैसे ही अधिकारी ने सख्त रवैया अपनाया कार्यों में प्रगति दिखने लगी और उसके परिणाम भी धरातल पर देखने मिल रहे हैं। हम बात कर रहे हैं बालाघाट एवं परसवाड़ा ब्लॉक की जहां पिछले 6 माह के कार्यकाल में यहां कराए गए कार्यों में बेहतर प्रगति देखने को मिल रही है।
एक ठेकेदार ब्लैकलिस्टेड और एक ठेकेदार का अनुबंध निरस्त
बात अगर बालाघाट एवं परसवाड़ा ब्लॉक की ही करें तो इन दोनों ही ब्लॉकों में हो रहे जल जीवन मिशन के कार्य में प्रगति देखने नहीं मिल रही थी जिस पर एसडीओ श्री अग्रवाल द्वारा स्वयं रुचि लेते हुए प्रत्येक गांव का स्वयं निरीक्षण किया गया एवं कार्यों की पूरी जानकारी लेकर मौका स्थल का जायजा लिया गया। वहां कार्यों में ठेकेदार द्वारा जो ढिलाई बरती जा रही थी जिसके वजह से ग्रामीण जनता को परेशान होना पड़ रहा था, इसको देखते हुए एक ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड एवं एक ठेकेदार का अनुबंध निरस्त करने की कार्यवाही की गई। यह अनुबंध निरस्त करने की कार्यवाही परसवाड़ा ब्लॉक में चल रहे एक कांट्रेक्टर के विरुद्ध की गई जिनके पास 14 योजनाओं का कार्य पूर्ण करने का जिम्मा था लेकिन वे अपने कार्य में प्रगति नहीं ला पा रहे थे जिसके चलते अधिकारी द्वारा यह एक्शन लिया गया।
कार्यवाही होते देख मचा हड़कंप
कार्य में प्रगति नहीं लाने पर कार्यवाही सिर्फ उक्त दोनों ठेकेदारों पर ही नहीं की गई बल्कि और भी कई ठेकेदार है जिन्हें विभाग द्वारा नोटिस भेजकर अलर्ट किया गया है। नोटिस मिलते ही कांट्रेक्टर अलर्ट मोड में आए और उनके द्वारा उन्हें जो भी प्रोजेक्ट सौपे गए हैं उसमें उन्हें पूर्ण करने के लिए कार्य में तेजी लाई गई, यही कारण है कि दोनों ही ब्लॉक में हो रहे कार्यों में अभी अच्छी स्थिति देखने मिल रही है।
43 योजनाएं हो चुकी पूर्ण
जल जीवन मिशन के कार्यों में तीन माह पूर्व की ही बात करे तो दोनों ब्लॉकों में नहीं के बराबर कार्य पूर्ण हुए थे, इसको देखते हुए अधिकारियों को भी वरिष्ठ स्तर पर जवाब देने में सोचना पड़ रहा था। एसडीओ श्री अग्रवाल द्वारा योजनाओं में प्रगति लाने सख्त रवैया अपनाना शुरू किया गया जिसके चलते कार्य तेजी से होना शुरू हुए और वर्तमान स्थिति की बात करें तो दोनों ही ब्लॉक को मिलाये तो 43 योजनाएं अब तक की स्थिति में पूर्ण हो चुकी है, जिनमें परसवाड़ा ब्लॉक के 20 ग्रामों के प्रोजेक्ट तथा बालाघाट ब्लॉक के 24 ग्रामों के प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन के शामिल है।
कार्य पूर्ण नहीं होने से हो रही थी परेशानी
आपको पताये कि गर्मी के समय में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की विकराल समस्या खड़ी हो जाती है क्योंकि कई ग्राम ऐसे होते हैं जो हैंडपंप वगैरह पर निर्भर होते हैं। उसको देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही जल जीवन मिशन योजना के प्रोजेक्ट को जल्द पूर्ण करने को लेकर कार्य चल रहा था लेकिन कार्य में ढिलाई बरतने के कारण पूर्ण नहीं हो पा रहे थे। इसके कारण ग्रामीण जनता को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा था लेकिन जैसे ही परसवाड़ा एवं बालाघाट ब्लॉक के जिन ग्रामों में योजनाएं पूर्ण हो गई, उन ग्रामों में निवासरत जनता को पानी मिलना प्रारंभ हो गया है इससे ग्रामीण जनता में हर्ष व्याप्त हो गया।
तेजी से कार्य प्रारंभ है - एसडीओ अग्रवाल
इसके संबंध में चर्चा करने पर बालाघाट सबडिवीजन के एसडीओ शुभम अग्रवाल ने बताया कि बालाघाट एवं परसवाड़ा ब्लॉक में कार्य तेजी से प्रारंभ है। इन दोनों ही ब्लॉकों में जल जीवन मिशन की योजनाएं लंबे समय से शुरू थी लेकिन कार्य में प्रगति नहीं दिख रही थी। जिसके चलते ठेकेदारों को नोटिस भेजे गए एवं कुछ ठेकेदारों को काली सूची में डाले जाने की कार्यवाही भी की गई जिसके चलते कार्य में तेजी आई है। इसी का परिणाम है कि अभी कुछ माह के अंतराल में ही काफी ग्रामों की योजनाएं पूर्ण हो चुकी है इन दोनों ही ब्लॉक को मिलाकर 43 प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुके हैं तथा जिन ग्रामों में कार्य अपूर्ण है उनमें गंभीरता दिखाते हुए कार्य करवाए जा रहे हैं।