कटंगी। मैं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कटंगी और तिरोड़ी के अध्यक्ष और जनमानस के फैसले के साथ हुं, मुझे पार्टी आलाकमान की तरफ से भी आदेशित किया जा चुका था कि आप चुनावी तैयारी करें लेकिन फिर अचानक से कोई पैराशूट प्रत्याशी आता है और उसे प्रत्याशी बनाया जाता है हम जनता के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे। यह बात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से टिकट नहीं मिलने से नाराज जिला पंचायत सदस्य श्रीमती केसर बिसेन ने गुरूवार को अपने कटंगी आवास पर कटंगी और तिरोड़ी ब्लॉक अध्यक्ष के साथ प्रेस वार्ता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पार्टी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। प्रेसवार्ता में केसर बिसेन के पुत्र मध्यप्रदेश असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन सहित कटंगी और खैरलांजी ब्लॉक के कुछेक मंडल और सेक्टर के अध्यक्ष भी मौजूद रहे, जिन्होंने एक सुर में केसर बिसेन के इस फैसले का समर्थन किया और निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ने पर उनका समर्थन करने की बात कहीं। कटंगी ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र बाहेश्वर ने कहा कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए कटंगी से जो उम्मीदवार बनाया है उसके लिए हमसे कोई चर्चा और रायशुमारी नहीं की गई, अब तक हमारे साथ जिसने कंधे से कंधा मिलाकर चला है हम उसके साथ है। पार्टी ने जिसके खिलाफ हमें चुनाव लड़ने के लिए कहा था अब उसे ही पार्टी ने उम्मीदवार बना दिया था। कांग्रेस पार्टी ने जिसे प्रत्याशी बनाया वह ना तो कटंगी का मतदाता है और ना ही स्थानीय, हम कांग्रेसियों के साथ साथ जो अब तक साथ रहा अब हम उसके साथ है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कटंगी, तिरोड़ी और भौरगढ़ ब्लॉक के अध्यक्ष केसर बिसेन के साथ है उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी बनाने के लिए तैयार है अब कोई हमें गद्दार कहें तो भी मंजूर है।
     तिरोड़ी ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि हमने निष्ठा से कांग्रेस का काम किया और आगे भी करते रहेगें, जमीनी स्तर पर काम करने वालों का सम्मान होना चाहिए। जब पार्टी प्रत्याशी का चयन कर रही थी तब हमसे कोई रायशुमारी नहीं की गई, उन्होंने बिना हिना कावरे का नाम लिए ही कहा कि हमारे जिले के नेता प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को गुमराह करके भाजपा के व्यक्ति को कांग्रेस में शामिल कराते है और उसे टिकट दिलाते है। उन्होंने कहा कि जिसने अब तक पार्टी की बुराई की वह कांग्रेस का कैसे हो सकता है, केसर बिसेन ने लगातार 20 सालों से पार्टी में सेवाएं दी है। जिन्होंने नगर पंचायत और जिला पंचायत चुनाव में गद्दारी की वह हमें गद्दार कह रहे है, कमलनाथ ने केसर बिसेन को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया था और इसमें गद्दारी किसने की सभी जानते है।
      श्रीमती केसर बिसेन ने आगे बताया कि कटंगी का हमेशा से ही शोषण होते रहा है, बालाघाट जिले में सर्वाधिक प्राकृतिक संसाधन कटंगी में है। रेत, मैंगनीज इनका दोहन किया जा रहा है अब हम भाजपा और कांग्रेस दोनों से ही लड़ाई लड़ रहे है, प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने वाले प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने के लिए ही टिकट दी गई है। आजादी के 75 साल बाद कटंगी का बूथ क्रमांक 01 मतदान का बहिष्कार करने को तैयार है तो इससे समझा जा सकता है कि पूर्व के जनप्रतिनिधियों ने क्या विकास करवाया है।
      मध्यप्रदेश असंगठित कामगार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन से जब पूछा गया कि उन पर यह आरोप है कि केसर बिसेन, आशुतोष बिसेन के भाजपा के मंत्री गौरीशंकर बिसेन से करीबी ताल्लुकात है तो उन्होंने कहा कि गौरीशंकर बिसेन जब कटंगी आते है तो नीरज हीरावत और टामलाल सहारे के यहां भोजन करते है। मेरे यहां तो एक बार आए जब जिला पंचायत समिति के चुनाव थे उस वक्त केसर बिसेन अपने साथी सदस्यों के साथ बालाघाट गई हुई थी, गौरीशंकर बिसेन ने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने का ऑफर किया था। अगर हमें उनसे सांठगांठ करना होता तो आज हम अध्यक्ष होते। नीरज हीरावत ने चिकमारा की एक सभा में आरोप लगाया कि केसर बिसेन को चुनाव लड़ने के लिए गौरीशंकर बिसेन पैसा दे रहे है इसी का जबाव देते हुए आशुतोष बिसेन ने पलटवार करते हुए कहा कि नगर परिषद चुनाव में सभी ने देखा है कि नीरज हीरावत ने अपने फायदे के लिए गौरीशंकर बिसेन के लिए सांठगांठ किया। अगर गौरीशंकर बिसेन ने नीरज हीरावत से हमारे संबंध में कोई बात की हो तो बताएं। आशुतोष बिसेन ने कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद बोधसिंह भगत को भी घेरा और कहा कि अगर उन्हें भाजपा पार्टी के सिद्धांत पसंद नहीं आ रहे थे तो क्यों नाना पटोले की तरह सांसद पद से इस्तीफा नहीं दिया था। 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा फिर क्यों भाजपा के दर पर नाक रगड़ने गए, हमारा परिवार संविधान को मानने वाला परिवार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब पूंजीवादी ताकतें हावी हो रही है, महात्मा गांधी, अंबेडकर और फुले की विचारधारा वाले व्यक्ति को कांग्रेस टिकट देती तो मैं कांग्रेस का झंडा उठाने तैयार हुं। आज दोनों दलों में बाहरी प्रत्याशी है हम क्षेत्र की अस्मिता के लिए चुनाव लड़ रहे है, बोधसिंह भगत बताए 1993 में निर्दलीय चुनाव लड़े तब उन्हें किसने पैसा दिया था। विरोधियों को कोई हक नहीं है कि हमारी छवि धूमिल ना करें, वह किसकी गाड़ी से घूम रहे है वह बताए जो व्यक्ति लोकसभा चुनाव में अपना स्वाभिमान बेच चुके है उनके साथ नगर परिषद को बेचने वाले घूम रहे है।