वारासिवनी। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के बागी प्रत्याशी प्रदीप जायसवाल के पक्ष में प्रचार करने के कारण कांग्रेस पार्टी जिन कांग्रेसियों को 6 साल के पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उनमें से कुछ कांग्रेसियों का निष्कासन प्रदीप जायसवाल के निर्दलीय जीतने और कांग्रेस को समर्थन देने के बाद समाप्त कर दिया गया था। लेकिन कुछ कांग्रेसजनों का निष्कासन समाप्त नहीं किया गया था। उनमें से प्रदीप जायसवाल के खास समझे जाने वाले दो नेता अधिवक्ता आनंद बिसेन व चॉदनी शर्मा का निष्कासन उस दौरान समाप्त नहीं किया गया था।
अब इस बार फिर विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान अब प्रदीप जायसवाल भाजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में हैं, तो कांग्रेस पार्टी द्वारा अधिवक्ता आनंद बिसेन व चॉदनी शर्मा का निष्कासन निरस्त कर दिया गया हैं। इस संबंध में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी राजीव सिंह द्वारा 28 अक्टूबर 23 को पत्र जारी किया गया हैं। जिसमें उनके द्वारा ग्राम पंचायत कंजई सरपंच आनंद बिसेन अधिवक्ता व श्रीमती चॉदनी शर्मा का पार्टी द्वारा किया गया निष्कासन समाप्त करने की बात लिखते हुए उनसे कांग्रेस की रीति-नीति अनुसार पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए सक्रियता से कार्य करने की अपेक्षा की गई हैं।