लांजी। लांजी विधानसभा में किस करवट बैठेगा ऊंट
लांजी। विधानसभा क्षेत्र लांजी में कुछ प्रत्याशी अपना दमखम दिखा तो रहे हैं लेकिन असरदार साबित नहीं हो रहा है। निर्दलीय प्रत्याशियों का लांजी विधानसभा मे किसी प्रकार का वजूद नजर नहीं आ रहा है। जनता का मानना है की डबल मनी मामले में नेताओं की जन हितैषी भूमिका समझ में नहीं आ रही है। निर्दलीय प्रत्याशी मात्र वोट काटने का काम करेंगे ऐसे में लांजी विधानसभा में सीधी टक्कर भाजपा कांग्रेस में बताई जा रही है, लेकिन क्षेत्र में कांग्रेस का ग्राफ कहीं ना कहीं डबलमनी मामले के चलते घटता नजर आ रहा है। हिना कावरे के प्रति अप्रत्यक्ष तथा प्रत्यक्ष रूप से विरोध साफ झलक रहा है, वही दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी राजकुमार कर्राहे की छवि साफ एवं स्वच्छ रहने से रुझान पक्ष में दिखाई देते नजर आ रहा है। लांजी में इन 10 वर्षों में संतोषजनक विकास का ना होना जनता के लिए नाराजगी का कारण बन रहा है। बसपा का भी असर समझ में नहीं आ रहा है गोंडवाना बसपा गठबंधन द्वारा अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। लांजी विधानसभा में अभी तक इन पार्टियों का धमाकेदार कोई भी राजनैतिक कार्यक्रम नहीं हुआ है। भाजपा को पूर्व विधायक रमेश भटेरे का विरोधाभास करने से पार्टी में असंतोष बना तो है लेकिन क्षेत्रीय जनता कुछ नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर मोदी पक्ष की बात कर रही है, क्षेत्र में मोदी की लहर स्पष्ट देखी जा सकती है। लाडली बहना योजना से भाजपा का वोट बैंक में इजाफा होते दिखाई दे रहा है जिसे नकारा नहीं जा सकता। लाडली बहना योजना सहित भाजपा की अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं भाजपा का वोट बैंक बढ़ाने मे कामयाब हो रही है ऐसे में कांग्रेस को काफी मशक्कत करना पड़ेगा। बहरहाल लांजी विधानसभा की जनता किसके सिर पर विधायक का ताज पहनाएगी आने वाला समय ही बताएगा।
अधूरे कार्य का लोकार्पण करने को लेकर विधायक का विरोध होने की जनचर्चा
जन चर्चा यह भी है कि हिना कावरे को अधिकांश जगह में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लांजी से चिखलामाली मार्ग का लोकार्पण करने ग्राम कलपाथरी पहुंची थी जहां उन्हें जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। जनता द्वारा बोला गया कि अधूरे कार्य का लोकार्पण करने के पीछे उद्देश्य क्या है लोगों ने सवाल जवाब कर नाराजगी व्यक्त की, इस कार्यक्रम में सम्राट सरसवार् भी आए हुए थे। बताया जा रहा है कि उक्त मार्ग कछुआ चाल से गतिशील है जहां ठेकेदार की भी कमजोरी सामने आ रही है, इससे साफ प्रतीत होता है कि नेता प्रशासन मिलकर जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे है।