बालाघाट। मध्यप्रदेश सरकारी कर्मचारी महासंघ द्वारा कुछ प्रमुख मांगों को लेकर लंबे समय से आवाज उठाई जा रही है लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं की गई। जिसके चलते महासंघ के आव्हान पर प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी गई है। बालाघाट मुख्यालय में भी जनपद पंचायत कार्यालय के सामने बैठकर सहकारी कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किया जा रहा है। इस दौरान हड़ताल पर बैठे सहकारी समितियों के कर्मचारियों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, तथा मांग पूरी न होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू रहने की बात कही।अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे सहकारी कर्मचारियों ने सरकार को मांग पूरी पूरी करने के लिए 18 मई तक का अल्टीमेटम दिया है । जिन्होंने 18 मई तक मांग पूरी ना होने पर 19 मई को भोपाल जाकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने और बात ना बनने पर सामूहिक रूप से इस्तीफा दिए जाने की चेतावनी दी है।
हड़ताल का राशन दुकानों पर पड़ा असर
सहकारी समिति के कर्मचारियों द्वारा शुरू की गई इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से जिले की सभी शासकीय उचित मूल्य की दुकाने बंद है वही कर्मचारी भी अपना कार्य छोड़कर इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हो गये हैं। इससे आम नागरिकों को जहा राशन के लिए परेशान होना पड़ रहा है तो वही आमलोगों के साथ-साथ शासन प्रशासन को भी विभिन्न कार्यों के लिए दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। जनपद पंचायत के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों में मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष पी सी चौहान, जिला उपाध्यक्ष एल जी बिसेन, एल पी सोनगडे, प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार, सचिव श्री ठाकरे, सहसचिव श्री बिसेन सहित मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के अन्य पदाधिकारी सदस्य व जिलेभर से आए सहकारी समिति के कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ये है प्रमुख मांगे
सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ द्वारा जिन प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है उनमें सहकारी समिति के प्रभारी प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, विक्रेताओं, लेखापाल, लिपिक ,कंप्यूटर ऑपरेटर, भृत्य,और चौकीदार को शासकीय कर्मचारी घोषित कर उन्हें मध्य प्रदेश सरकार के कर्मचारियों की तरह वेतन,भत्ते, बीमा सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिए जाने। वर्ष 2019 में जारी सेवा नियम अनुसार वेतनमान लागू करने, मार्च 2021 में महासंघ के साथ किए गए सरकार के समझौते को लागू करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शासन द्वारा काटा गया आवंटन जल्द जारी किए जाने , कर्मचारियों पर दर्ज मामलों को वापस लिए जाने,संस्थाओं का पीडीएस कमीशन का भुगतान करने और गेहूं, चना,सरसों, धान, ज्वार, बाजरा, मक्का आदि उपार्जन कार्य का कमीशन व प्रासंगिक व्यय का भुगतान किए जाने सहित अपनी विभिन्न मांगों को पूरा किए पूरा करने की गुहार हड़ताली कर्मचारियों द्वारा लगाई गई है जिसमें उन्होंने मांग पूरी ना होने पर 19 मई  को मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर सामूहिक इस्तीफा सौंपने की चेतावनी दी है।
जब तक मांग पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी - चौहान
मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष पी सी चौहान ने बताया कि विगत कई वर्षों से हमारी कुछ लंबित मांगे हैं जिन्हें पूरा नही किया जा रहा है जिसको लेकर प्रदेश महासंघ के आह्वान पर आज से निश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी गई है और यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी मांगे पूरी ना हो जाए। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी अपनी इन्हीं मांगों को लेकर कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की गई थी तब शासन द्वारा हमें हमारी मांगे पूरी किए जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन वह आश्वासन अब तक पूरा नहीं हुआ है जिसको लेकर सहकारी कर्मचारियों ने प्रदेश संगठन के आह्वान पर पुन: अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है इसमें बालाघाट जिले के करीब 1300 कर्मचारी और पूरे प्रदेश में 52 हजार कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। यहां हड़ताल आश्वासन पर स्थगित नहीं होगी यदि समय रहते हमारी मांग पूरी नहीं की जाती तो मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के सभी कर्मचारी 19 मई को मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।