बालाघाट। गौरीशंकर को भय कांग्रेस से नहीं विशाल बिसेन से
बालाघाट। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन फार्म दाखिल करने के अंतिम दिन सोमवार को उम्मीदवारों द्वारा जन सैलाब के साथ नगर भ्रमण करते हुए रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय पहुंचकर नामांकन फार्म दाखिल किया गया। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में खड़े हुए विशाल बिसेन द्वारा भव्य जुलूस निकालकर नामांकन फार्म दाखिल किया गया। इनका जुलूस तुरकर भवन से प्रारंभ हुआ जो सर्किट हाउस रोड होते हुए हनुमान चौक से मेंन रोड कालीपुतली चौक अंबेडकर चौक होते हुए रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय पहुंचा, जहां उनके द्वारा अपना नाम निर्देशन फार्म जमा किया गया। नामांकन फार्म दाखिल करने के पश्चात उन्होंने मीडिया को बताया कि विधानसभा क्षेत्र में जनता जो कह रही है उसके अनुसार इस चुनाव में गौरीशंकर बिसेन के मन में भय है। यह भय कांग्रेस प्रत्याशी से नहीं बल्कि विशाल बिसेन के चुनावी मैदान में होने से हैं। विधायक बिसेन सामाजिक वोट बैंक के आधार पर राजनीति का चक्रव्यूह आज तक बुनते आए हैं, उस चक्रव्यूह को भेदने विशाल बिसेन चुनाव मैदान में खड़ा है इस बार चक्रव्यूह भेदा जाएगा। मीडिया से चर्चा करते हुए निर्दलिय प्रत्याशी विशाल बिसेन ने बताया कि अनेकों बार मीडिया साथियों ने देखा है किस प्रकार से उन्होंने संघर्ष किया, उसी का प्रतिफल जनता उन्हें इस चुनाव में देगी। बालाघाट विधानसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार रहेगा। बच्चों युवाओं को अच्छी शिक्षा मिले अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिले, एंबुलेंस सुविधा अस्पताल अच्छे हो। मजदूरों का पलायन और शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी मुख्य समस्या है, इसको लेकर मेरे कुछ प्लान है भविष्य में। बेरोजगारी को कम करने या पूरी तरह खत्म करने के लिए कार्य करेंगे। इन मुद्दों को लेकर मैं क्षेत्र में जाऊंगा खेती को रोजगार गारंटी योजना से जोड़ा जाये, मनरेगा को साल भर 365 दिन सुनिश्चित किया जाए शहरी क्षेत्र में भी मनरेगा लागू किया जाये। किसानो की फसल मूल्य निर्धारण के लिए सरकार किसानों से चर्चा कर नई समिति बनाकर समर्थन मूल्य बनाए।
क्षेत्र की जनता को जगाना सबसे बड़ी चुनौती
प्रत्याशी विशाल बिसेन ने कहा कि इस चुनाव में मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती है क्षेत्र की जनता को जगाना। जनता बदलाव चाहती है जनता जैसे ही जागेगी निश्चित ही बदलाव कर देगी। जहां तक बीजेपी कांग्रेस पार्टी की बात है तो दोनों पार्टी के प्रत्याशी चुनाव लड़ने के ठेकेदार हैं, गौरीशंकर बिसेन और अनुभा मुंजारे हर चुनाव को लड़ते हैं लगभग इन्होंने 13 से 14 चुनाव लड़ चुके हैं चुनाव लड़ने की इनकी ठेकेदारी प्रथा को खत्म करना है। उन्होंने बताया कि गौरीशंकर बिसेन से उनके पारिवारिक रिश्ते तो नैसर्गिक है इसको मैं बदल नहीं सकता। और यह रिश्ते दुखद भी है मेरे लिए, ऐसे भ्रष्ट राजनेता के परिवार से मेरे संबंध है। क्षेत्र के किसान मजदूर व्यापारी युवा महिला हर वर्ग मेरे साथ है, इस बार बालाघाट चुनाव में बदलाव देखने मिलेगा।
सैकड़ो की संख्या में रहे लोग
नामांकन दाखिल करने के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी विशाल बिसेन के समर्थक अंबेडकर चौक स्थित तुरकर भवन में इकट्ठे हुए। जहां विशाल बिसेन द्वारा सभा को संबोधित करते हुए समर्थकों के सामने अपने विचार रखते हुए उत्साह वर्धन करते हुए सभी को चुनाव में पूरी ताकत के साथ कार्य करने जोश भरा गया। इसके बाद निकले जुलूस में सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल रहे।