बालाघाट। संयोग कोचर ने बालाघाट सीट से ठोकी दावेदारी
बालाघाट। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा जिला उपाध्यक्ष संयोग कोचर ने बालाघाट सीट से भाजपा की ओर से दावेदारी ठोकी है। वही उनका कहना है कि वह टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं पार्टी द्वारा उन्हें टिकट दी जाती है तो वह चुनाव को मजबूती से लड़ेंगे और जीतकर भी दिखाएंगे। और यदि उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिली तो लोकसभा चुनाव में दावेदारी ठोकेंगे। स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष संयोग कोचर ने बताया कि विधानसभा टिकट जब चाहूं तब ला सकता हूं लेकिन मुझे मर्यादा में चलना है, मैं तीन बार का भाजपा में जिला उपाध्यक्ष हूं। बालाघाट सहित महाकौशल क्षेत्र के सर्वमान्य नेता गौरीशंकर बिसेन द्वारा कई बार सार्वजनिक मंच से ऐलान किया गया है कि वे बालाघाट सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे यहां से किसी युवा उम्मीदवार को ही खड़ा किया जाएगा। उनके इस ऐलान के बाद ही बालाघाट सीट से टिकट के लिए उनके द्वारा प्रयास किया जा रहा है। पार्टी में शीर्ष नेतृत्व जिसे भी टिकट देता है पार्टी उसे जीतने की पूरी कोशिश करती है, शीर्ष नेतृत्व किसी भी कीमत में मध्यप्रदेश में हारना नहीं चाहती प्रत्याशी कोई भी हो उसे जिताया जाएगा। सर्वे में यदि मेरा नाम आता है तो ऐतिहासिक जीत होगी, सर्वे को देखते हुए टिकट मुझे देना चाहिए। भोपाल में जो सर्वे हुआ 2 लाख लोगों से सर्वे में बात हुई। यह जग जाहिर है गौरी भाऊ किसी को भी जितवा भी और हरवा भी सकते हैं, बालाघाट ही नहीं सिवनी और छिंदवाड़ा में भी उनकी अच्छी पकड़ है। संयोग कोचर ने यह भी बताया कि सर्वे में उनका नाम गया है सभी के भाव है चेहरा बदलना चाहिए।
जितना होना था उतना नहीं हुआ विकास
भाजपा नेता संयोग कोचर ने बताया कि बालाघाट में विकास हुआ है लेकिन जितना विकास होना था उतना नहीं हुआ। बड़े शहरों में पलायन लगातार जारी है बच्चे तक यह कहने लगे हैं वे यहां नहीं रहना चाहते, विकास तो हुआ है पर बड़े शहरों में। जबकि प्रदेश में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला बालाघाट जिला है फिर भी बालाघाट की उपेक्षा क्यों, यह लड़ाई मेरी नहीं जनता की है। जहां तक भाऊ की बात है तो भाऊ को बहुत समय मिला, यह कहे वे महाकौशल के सीएम हैं फिर भी ऐसी स्थिति, कहीं तो चुक हुई। जिले से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिन पर मौन रहना पड़ता है और मौन रहने के कारण ही उन्हें मीटिंग में नहीं बुलाया जाता।