संशोधित परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा 5 जून को
बालाघाट।
राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देश पर कक्षा पांचवी एवं आठवीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण व पूरक में आए विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। यह कार्य लगभग पूर्ण होने की कगार में है वर्तमान स्थिति में यह कार्य जारी है जो अंतिम चरण में है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन कार्य होने के बाद 5 जून को इसका संशोधित परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा, यह एक प्रकार से छात्र-छात्राओं को एक मौका दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राज्य शिक्षा केंद्र ने 15 मई को कक्षा पांचवी एवं आठवीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया था, इस वर्ष परीक्षा परिणाम बेहतर नहीं था जिसके चलते राज्य शिक्षा केंद्र ने ऐसे विद्यार्थी जो एक या दो विषय में अनुत्तीर्ण हो गए हैं उनके उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के आदेश देश है। यह कार्य 30 मई तक पूरा करना था लेकिन अभी तक यह कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि जो बच्चे अनुत्तीर्ण हुए हैं या एक दो विषय में पूरक आया है उनकी अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएगी। संबंधित विषय को दोबारा उन्हें पढ़ाया जाएगा, जून माह के अंतिम सप्ताह में अनुत्तीर्ण विषयों में परीक्षा ली जाएगी यदि वे उस परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा जिसके आदेश राज्य शिक्षा केंद्र ने जारी कर दिए हैं।
काफी बच्चे हुए अनुत्तीर्ण
जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार शैक्षणिक सत्र में कक्षा पांचवी की वार्षिक परीक्षा में जिले के 25705 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे जिनमें से 23086 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 2619 विद्यार्थी फेल हुए या फिर उन्हें पूरक की पात्रता मिली। इसी प्रकार कक्षा आठवीं के 24804 विद्यार्थियों ने वार्षिक परीक्षा दी है इसमें से 20127 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए जबकि 4677 छात्र-छात्राएं अनुत्तीर्ण हुए या उन्हें पूरक आया है।
छात्र-छात्राएं खराब रिजल्ट से हुए भारी परेशान
आपको बताये कि स्कूलों का जो खराब रिजल्ट आया है उससे रिजल्ट को देखकर छात्र-छात्राएं भारी परेशान हुए। यह कहे कि उन्हें मानसिक रूप से बहुत परेशान होना पड़ा, यह परेशानी सिर्फ छात्र-छात्राओं के सामने ही नहीं थी बल्कि उनके अभिभावकों को भी परेशान होते हुए देखा गया। विभागीय अधिकारियों द्वारा ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए एक सुनहरा मौका बताया जा रहा है पुनर्मूल्यांकन होने से ऐसे छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में सुधार होगा।
कापियों को जांचने में शिक्षकों से गलती तो नहीं हुई
पूर्व में यह सुनने में भी मिला है कि अधिक कापियों को जांचने की होड़ में कई बार कापियां सही तरीके से जच नहीं पाती और खराब रिजल्ट आता है। कॉलेज में अध्यनरत छात्र-छात्राओं के सामने ऐसा हुआ भी है क्या उसी तरह का इसमें भी किया गया है। यदि किसी छात्र-छात्राओं के बहुत कम नंबर आए और उसे एकाएक बढ़ाकर पास कर दिया जाए तो इसे किसकी गलती मानी जाएगी। इसमें संदेह यह पैदा होता है कि क्या इसमें कॉपियों को जांचने के दौरान शिक्षक से तो गलती नहीं हुई है और यदि शिक्षक से गलती हुई है तो क्या वह शिक्षक कार्यवाही के दायरे में आएगा। किसी की गलती से यदि स्कूली बच्चे एवं उनके अभिभावकों को मानसिक रूप से परेशान होना पड़ा तो ऐसे शिक्षक के लिए कार्यवाही का प्रावधान भी होना चाहिए।
लगभग सभी ब्लॉकों में मूल्यांकन कार्य हो गया है - डीपीसी
इसके संबंध में चर्चा करने पर डीपीसी पी एल मेश्राम ने बताया कि राज्य शिक्षा केंद्र से ही निर्देश आए हैं एक या दो विषय में जो बच्चे फेल हुए हैं उन बच्चों की सूची राज्य शिक्षा केंद्र से मूल्यांकन केंद्र प्रभारी की आईडी में आई है। दो विषय में जो बच्चे फेल हुए उनकी काफी का पुन: मूल्यांकन हो रहा है लगभग सभी ब्लॉकों में मूल्यांकन कार्य हो गया है फाइनल रिजल्ट 5 जून को जारी होगा। वर्तमान में इंट्री की जा रही है राज्य शिक्षा केंद्र ने मौका दिया है, यह पास करना नहीं बल्कि रिटोटलिंग कार्य है।