बालाघाट। ग्राम पंचायत कासपुर में अधिकांश ग्रामीण प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना से वंचित है। यह योजना का लक्ष्य हर ग्रामीण को उसका घर मिले इस बात को लेकर प्रारंभ की गई थी। जिससे वह पूराने कच्चे मकान मे रहने को मजबूर है। ऐसा नही है कि यह लोगो ने इस योजना का लाभ लेने ग्राम पंचायत से लेकर जनपद पंचायत तक आवेदन किया है। जबकि यह आवेदन दो वर्ष पूर्व ही कर दिया गया है। लेकिन अभी तक इस योजना के तहत मिलने वाली राशि से वे वंचित है। ऐसी स्थिति मे उन्हे अपने कच्चे मकान मे रहकर ही अपना जीवन यापन करना पड़ रहा है।
छत से टपकता है पानी
वही मामले के संबंध में ग्रामीण हरला राहंगडाले ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने दो साल से लेकर अभी तक दो बार आवास योजना का लाभ लेने फार्म भर चुका है। लेकिन हम इस योजना से वंचित है। हम चाहते हे कि जिस तरह अन्य ग्रामीण को लाभ मिल रहा है तो हमे भी मिले। एक तो बंदर भी काफी परेशान करते है दूसरी तरफ बारिश की वजह से मकान पूरा टपकता है। हमारी एक ही मांग है कि हमे आवास योजना का लाभ मिलना चाहिये।
कई बार भर चुके है फार्म
ग्रामीण संतोष बोपचे ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे द्वारा 5 बार आवास योजना का लाभ लेने के लिए फार्म भरा है। यह फार्म मैने दो वर्ष पूर्व से डाला है। लेकिन अभी तक मुझे इस योजना का लाभ नही मिला, जिसकी वजह से हम अपने कच्चे मकान मे कैसे रह रहे है यह हमी जानते है। कई बार पंचायत मे जाकर भी पूछताछ की लेकिन कोई संतोषजनक जबाव नही मिला। जबकि हमारे फार्म पंचायत मे ही है। जब हमने सचिव से इस संबंध मे चर्चा की तो उन्होने बताया कि फार्म हम सभी लोग का साथ में भिजेंगे जबकि हमारे फार्म जनपद पंचायत तक नही पहुॅचे है। ऐसे मे कच्चे मकान मे रहना हमारे लिये काफी कठिनाई भरा हो गया है। पड़ोस के काफी मकान बन चुके है। हमारे मोहल्ले में कुछ ही मकान बचे है जो इस योजना के लाभ से वंचित है। प्रतिवर्ष हम लोग दो से तीन हजार रूपये की पन्नी डालकर अपना गुजर बसर कर रहे है। हमे सबसे ज्यादा तकलीफ बंदर भी पहुॅचाते है वही बरसात का पानी जब गिरता है तो घर मे रहना मुश्किल हो जाता है। यह शासन की योजना है जिसका लाभ हमे मिलना चाहिये।
एक साल के पहले से लगा रहे चक्कर
ग्रामीण जोशीराम हरिनखेड़े ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उन्हे आवास योजना का लाभ नही मिला है। जबकि उनके द्वारा एक साल से अधिक समय हो गया जब उन्होने इस योजना का लाभ लेने फार्म भरा था। उन्होनें बताया कि वर्तमान समय में हम लिपाइ पुताई छपाई कर अपने कच्चे मकान को ठीक करने का प्रयास कर रहे है। हम इस योजना से वंचित है। पंचायत से जानकारी प्राप्त करने पर भी किसी प्रकार की संतुष्ठ जानकारी नही मिल पाती है।
कच्चे मकान में बना रहता है डर
मामले को लेकर ग्रामीण महिला रीता पटले ने बताया कि उन्होने पिछले वर्ष आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन पंचायत मे जमा किया था। लेकिन अभी तक हमारा नाम आवास योजना की सूची मे नही आया है। हम भी चाहते है कि शासन की इस योजना का लाभ हमे मिलना चाहिये। लेकिन हम इस योजना के लाभ से वंचित है। कच्चे मकान मे रहने के कारण कई बार जहरीले कीड़े से भी हमे डर बना रहता है।
इनका कहना है
वर्तमान समय मे प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का लाभ के लिये पात्र हितग्राहियो ने आवेदन किया है। लेकिन हमारी ग्राम पंचायत को लक्ष्य प्राप्त नही हुआ है। करीब 70 आवेदन हमारे पास है। इस योजना मे एक लाख बीस हजार रूपये पात्र हितग्राही के खाते मे जाता है जो तीन किस्त मे जाता है। वही 12 हजार रूपये शौचालय निर्माण के लिये दिया जाता है। बाकि का पैसा जो मजदूर घर निर्माण का कार्य करते है उनके खाते मे जाता है। पहली किस्त पच्चीस हजार रूपये की होती है वही दूसरी किस्त पैतालीस हजार की व तीसरी किस्त भी पैतालिस हजार की होती है। इस तरह चार किस्त मे पात्र हितग्राही को पैसे का आवंटन किया जाता है। जिन लोगो ने आवास योजना के लिये आवेदन किया है लक्ष्य प्राप्ति के बाद उन्हे निश्चित ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
झनकलाल लिल्हारे
ग्राम पंचायत सचिव कासपुर