लालबर्रा। पशुओं में लम्पी बीमारी को लेकर कलेक्टर के आदेश की उड़ रही धज्जियां.
अव्यवस्था का आलम.. कार्रवाई की दरकार
लालबर्रा। बालाघाट कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ.गिरीश कुमार मिश्रा द्यद्वारा 16 अप्रैल को पशुओं में लंम्पी स्किन डिसीज के संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला दंडाधिकारी द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों प्रयोग में लाते हुए सामान्य जनमानस के हित में जानमाल एवं पशुधन की सुरक्षा तथा लोक़शांति को बनाए रखने हेतु बालाघाट जिले की संपूर्ण सीमाओं में नियमानुसार प्रतिबंध लागू किए गए थे, जिला कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने अपने आदेश में यह भी प्रतिबंध लगाया था कि कोई भी पशु पालक अपने पशुओं को लावारिस जंगलों में/ सार्वजनिक स्थलों में चराई हेतु एवं सार्वजनिक जलाशयों में पानी पीने हेतु छोडऩे पर प्रतिबंध लगाया था परंतु कलेक्टर के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है मिली जानकारी के अनुसार लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम कंजई के बस स्टैंड में रोजाना शाम से पशुओं का जमावड़ा रहता है, पशु पालक द्वारा अपने अपने पशुओं को लावारिस छोड़ दिया जाता है उन्हें शासन के आदेशों की भी परवाह नहीं है लम्पी बीमारी का जरा सा भी खौफ नजर नहीं आ रहा है,पशु लावारिस घूमते देखे जा रहे हैं जमावड़ा देखा जा रहा है,प्रतिदिन शाम से लेकर रात्रि के समय तक बस स्टैंड के कुछ दुकानदार पशुओं के जमावड़े के चलते परेशान हो जाते हैं द्य कंजई निवासी दुकानदार ने पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि रोजाना लावारिस पशु रात्रि में दुकान के सामने बैठ जाते हैं कितने बार भगाए पशुओं को फिर भी वह यहीं आ जाते हैं सुबह दुकान के सामने की सफाई करते-करते समय बर्बाद हो जाता है पशुपालकों को चाहिए कि वह अपने अपने पशुओं को घर में बांधे, और प्रशासन कृपया इस ओर ध्यान दें और प्रतिदिन लावारिस पशुओं के जमावड़े को रोकने के लिए ठोस प्रयास करें।