बालाघाट। 04 दिसंबर को दोपहर 02 बजे से शाम 4.30 बजे तक मुख्यालय में सनातन चेतना मंच के बैनर तले, बांग्लादेश में हिन्दू समाज और संतो पर हो रहे अत्याचार को लेकर, हिन्दु समाज ने गंभीर चिंता जाहिर करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर ठोस कदम उठाए जाने की मांग की।
पहले आंबेडकर चौक में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं और संतो पर अत्याचार के खिलाफ अपनी बात रखी। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं और उनके प्रतिष्ठानों को जलाया जा रहा है। उनकी हत्याएं की जा रही हैं।
जिसके बाद सनातन चेतना मंच संयोजक सुरेश सोनी और सत्यनारायण बाबा मौर्य के की अगुवाही में हिन्दु समाज के लोगों ने आंबेडकर चौक से रैली निकाली। यह रैली काली पुतली चौक, मेनरोड होते हुए हनुमान चौक पहुंची। जहां राष्ट्रपति के नाम एसडीएम गोपाल सोनी को ज्ञापन सौंपा।
सभा में वक्ता सत्यनारायण बाबा मौर्य ने कहा कि आज हिन्दुओं को एक होना होगा। उन्होंने बढ़ेंगे नहीं तो घटेंगे का नारा देते हुए कहा कि हमें, ज्यादा संताने पैदा करनी चाहिए। एक धर्म विशेष को लेकर उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिज्ञ, उनमें कुछ लोगो को खराब कहते है, हमारे मानना है कि यदि कुछ लोग खराब है तो अच्छे कहां है। उन्होंने हिन्दुओं के आक्रोश रैली में संख्या पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि हम चुनाव और शादी की तरह ठान लेते तो आज यहां संख्या काफी बड़ी होती।
राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में सनातन चेतना मंच के माध्यम से हिन्दु समाज ने बांग्लादेश सरकार पर भारत सरकार का दबाव बनाकर अल्पसंख्यको की सुरक्षा सुनिश्चित करने, हिन्दु संत स्वामी चिन्मय प्रभु की बिना शर्त रिहाई, बांग्लादेश में हिन्दुओं और संतो पर हो रहे अत्याचार पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करवाने, अत्याचारों की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा, बेदखल हिन्दुओं का पुर्नविस्थापन की मांग की गई। हिन्दु चेतना मंच ने कहा कि यह केवल मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह हमारी साझा सांस्कृतिक धरोहर, धार्मिक अस्मिता और पारस्परिक सम्मान पर भी हमला है। जिस पर ठोस कदम उठाया जाए ताकि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को सुरक्षा मिल सके और अत्याचार पर रोक लगे।