राष्ट्रीय राज्य मार्ग 543 में टूटे पुल का निर्माण कार्य चल रहा कच्छप गति से
बालाघाट। जिले के परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरने वाली राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 543 में घघरिया के मनकुवर नदी का पुल एक वर्ष पहले पानी के तेज बहाव से टूट गया था ,जब से वर्तमान समय तक महज 20 मीटर का पुल का निर्माण शासन प्रशासन द्वारा नही कराया जा सका है।
पुल टूटने से बालाघाट मंडला का सम्पर्क पूर्ण रूप से टूट चुका है तथा बालाघाट विकास खण्ड के 5 पंचायत की जनता का नाता जिला मुख्यालय ,जनपद पंचायत से टूट गया है। इन पंचायतों की जनता एवँ विद्यार्थियों के लिये अभिशाप बन चुका है। इसके बावजूद भी शासन प्रशासन कुम्भकर्ण की नींद से नही जाग रहे है।
कमीशन खोरी के चलते नही बन पाया पुलिया
राष्ट्रीय राज्य मार्ग का मनकुवर नदी का पुल गत वर्ष के अगस्त माह 2022 में टूटा था जब से इस पुल में निर्माण कार्य करने आये 3 ठेकेदार कमीशनखोरी के चलते काम छोड़कर भाग जाने के कारण आज दिनाँक तक टूटे पुल का निर्माण नही हो सका है जब राष्ट्रीय राज्य मार्ग के पुल की यह दशा है तो अन्य पुल पुलिया के क्या हाल हो सकता है ।इसके बाद भी बालाघाट जिले के आला अधिकारियों के कानों में जु तक नही रेंग रहा है।
म.प्र. शासन के राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे का अधिकारियों को संरक्षण
परसवाड़ा विधानसभा के विधायक व मध्यप्रदेश के राज्यमंत्री का अधिकारियों पर संरक्षण होने से बालाघाट जिले के समस्त विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर निम्न कर्मचारियों पर मेहरबानी होने का यह नतीजा देखा जा रहा है, जबकि बड़े बड़े पुल पुलिया 6 माह में बनकर तैयार हो जाते है पर राष्ट्रीय राज्यमार्ग का मनकुवर नदी का मात्र 20 मीटर पुल 1 साल बीतने पर भी नही बन सका ।उसी प्रकार मोतेगाव से अतरी मार्ग पर भी छोटा सा पुल को बनाते बनाते ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया ,जिससे स्कूली बच्चों एवं किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है ,मंत्री के गृह जिले में कमीशनखोरी के कारण ठेकेदार काम छोड़ के भाग रहे है और जनता को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कमीशन खोरी के चलते सतनारी जलाशय से ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया, मोतेगाव से अतरी मार्ग का ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया, मनकुवर का पुल निर्माण करने वाले ठेकेदार भाग गए। इससे स्पस्ट दिखाई दे रहा है कि ठेकेदारों के आखिर भागने का क्या कारण हो सकता है इन सभी कारणों से निर्माण कार्य अपूर्ण होने से जनता को परेशानिया का सामना करना पड़ रहा है।