बालाघाट। एग्रीकल्चर भत्ता को सामान्य भत्ता में किया शामिल समाप्त हुई पटवारियों की हड़ताल
बालाघाट। लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल व क्रमिक भूखहड़ताल कर रहे पटवारियों की हड़ताल आखिरकार समाप्त हो गई है। हड़ताल समाप्ति के साथ ही जिलाध्यक्ष का अपने पद से इस्तीफा दे देना चर्चा का विषय भी बना हुआ है, हालांकि जिलाध्यक्ष ने इसे चुनाव के चलते पूर्व से तय कार्यक्रम बताया है।
इसलिए की हड़ताल समाप्त
हड़ताली पटवारियों को मनाने के लिए 26 सितंबर को केबिनेट की बैठक में पटवारियों की मांगों से अतिरिक्त उन्हें एग्रीकल्चर भत्ता दिए जाने की बात कहीं गई थी जिसका पटवारियों ने ये कहकर बहिष्कार किया था कि वे दूसरे के हक को मारना नहीं चाहते है। जिसके बाद नाराज शासन ने पटवारियों को काम तत्काल लौटने व नहीं लौटने पर कार्रवाई करने के लिए भी आदेशित किया था। जिसके बाद पटवारी नहीं माने तो शासन ने एग्रीकल्चर भत्ता को सामान्य राजस्व में शामिल कर दिया है और अन्य मांगों को भी तत्काल ही पूर्ण करने का आश्वासन दिया है। जिसके चलते ही पटवारियों ने हड़ताल को समाप्त कर दिया है।
लंबी बैठक में बनी सहमति, प्रांत के फैसले का किया सम्मान
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के पदाधिकारी अरुण बिरनवार ने बताया कि पटवारियों की हड़ताल जमीनी स्तर से शुरु हुई थी। जिसके चलते ही पटवारी भवन में बैठक का आयोजन किया गया और प्रांत के इस निर्णय का सर्वसम्मिति से सम्मान किया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी प्रमुख समयमान वेतन, ग्रेड पे 2400, 2800 को भी जल्द ही पूर्ण कर दिया जाएगा इसलिए सभी पटवारी काम पर वापस लौट गए है और किसान हित में कार्य में जुट गए है। हड़ताल समाप्ति की जानकारी देने के दौरान बड़ी संख्या में जिले के पटवारी मौजूद रहे।