बालाघाट। नगरपालिका बालाघाट सभा गृह में आचार संहिता लगने के चौथे दिन बाद भी खुलेआम आचार संहिता का उल्लघंन किया जा रहा है जिसकी जानकारी से अधिकारी व जिम्मेदार अनजान थे जिसकी जानकारी मीडिया कर्मियों के द्वारा दी गई जिसपर नगरपालिका कर्मियों के द्वारा तत्काल कपड़े से ढक दिया गया। जिसकी जानकारी नगरपालिका कार्यालय अधीक्षक के द्वारा भी दी गई है।
बता दे कि पोस्टर-बैनर को ढकने के लिए अखबार का इस्तेमाल किया गया था जिससे भी कहीं न कहीं योजनाओं का प्रचार-प्रसार संबंधित बिंदुओं का जिक्र हो रहा था जिससे आचार संहिता का उल्लघंन हो रहा था।
9 अक्टूबर हो चुकी है आदर्श आचार संहिता लागू, पूर्ण रुप से नहीं गए हटाए
निर्वाचन आयोग द्वारा 9 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। जिसके बाद बालाघाट जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने भी छह विधानसभा क्षेत्रों के लिए आचार संहिता लागू की थी और प्रचार-प्रचार के माध्यमों को हटाने के लिए 72 घंटे की डेडलाइन निर्धारित कर संपति विरुपण से संबंधित कार्रवाई के तहत राजनीति, योजनाओं के प्रचार-प्रचार, राजनेताओं के चेहरे से संबंधित प्रचार-प्रसार के माध्यमों को हटाने की कार्रवाई सख्ती से शुरु की थी। जिसके बाद अब 72 घंटे की डेडलाइन पूरी होने के बाद भी कई स्थानों पर प्रचार-प्रसार के माध्यम अब भी दिखाई दे रहे है। जिससे सीधे तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन होता नजर आ रहा है।
शासकीय वाहनों में अधिक दिख रहा प्रचार-प्रसार
आदर्श आचार संहिता के बाद एक तरफ जहां महाराष्ट्र से आने वाली बसों व वाहनों पर योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ ही राज-नेताओं के बैनर-पोस्टर लगे होने पर उन्हें हटाने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ नगर पालिका सभा गृह में अखबार व लाडली बहना योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है साथ ही जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की फोटो साफ तौर पर देखी जा सकती है। जिससे आदर्श आचार संहिता का भी उल्लघंन हो होता दिखाई दे रहा है।
लोगों के वाहनों पर अब भी लिखे नाम
आदर्श आचार संहिता में वाहनों पर राजनैतिक लोगों के नाम या पद लिखने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन अब भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में राजैनतिक लोग अपने नाम व पद वाहनों पर लिख उसका उपयोग भी कर रहे है। इतना ही नहीं सख्ती से कार्रवाई किए जाने के बाद भी कई स्थानों पर राजनैतिक पार्टियों की घोषणाएं व योजनाएं लिखी हुई है, या फिर उनके बैनर पोस्टर लगे हुए है। वहीं शासकीय स्थानों पर भी शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ ही राजनेताओं के चित्र लगे हुए है। वहीं कई शासकीय कार्यालयों में लोकार्पण से संबंधित पत्थरों को अब भी ढका नहीं गया है। वहीं कई स्थानों पर राजनैतिक पार्टी के निशान भी बने हुए है।
इनका कहना है
आचार संहिता लगने के बाद नगर में लगे पोस्टर-बैनर हटाने की कार्यवाही की जा रही है साथ ही जो दिवाल में लगे है उन्हे ढकने की कार्यवाही की गई है, नगर पालिका में भी अखबारों से राजनेताओं का चेहरा ढका हुआ था लेकिन उससे भी प्रचार-प्रसार हो रहा है जिसकी जानकारी आपके द्वारा दी गई है तो तत्काल कपड़े से ढक दिया गया है।
वचसपति त्रिपाठी कार्यालय अधीक्षक
नगरपालिका बालाघाट

आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद से ही किसी भी प्रकार के राजैनतिक प्रचार-प्रसार, राजनेता की फोटो वाले बैनर-पोस्टर, शासकीय स्थानों से योजनाओं के प्रचार-प्रसार को हटाने की कार्रवाई की गई है। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी समय-सीमा की बैठक में सभी अधिकारियों को लोकार्पण या योजनाओं से संबंधित बैनर-पोस्टर हो हटाने के लिए निर्देशित किया है। बावजूद कुछ स्थानों पर ऐसी स्थिति संज्ञान में आई है तो उन्हें तत्काल ही हटाए जाने के लिए संबंधितों को निर्देशित किया गया है।
गोपाल सोनी, आरओ
एसडीएम, बालाघाट