बालाघाट। यदि किसी जंग में जाए और पास में हथियार ना हो तो हार निश्चित ही है। यही स्थिति लांजी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम घंसा पंचायत के कटंगी में सामने आई है। राजस्व अमला महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किए गए अतिक्रमण को तोडऩे के लिए पहुंचा लेकिन उनके साथ महिला पुलिस बल मौजूद नहीं था ऐसी स्थिति में कार्यवाही पूरी होना संभव ही नहीं था। मसलन पूरा प्रशासनिक अमला बिना अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही किए वापस लौट आया। प्राप्त प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घंसा के अंतर्गत आने वाले ग्राम कटंगी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ज्ञानवती पति हीरादास बहेटवार द्वारा 2 वर्ष से शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर मकान निर्माण किया जा रहा था, इसकी खबर लगने पर इसकी शिकायत तहसील कार्यालय पहुंची और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाए जाने के निर्देश हुए। इसके परिपालन में कार्यवाही करने शुक्रवार को नायब तहसीलदार दिग्विजय परस्ते, थाना प्रभारी बहेला, आरआई सहित पटवारियों की टीम कार्यवाही करने जेसीबी लेकर ग्राम कटंगी में मौका स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ जेसीबी वाहन भी था लेकिन महिला बल मौजूद नहीं था। यही कारण है कि कार्रवाई करने पहुंचे अमले को निराश होकर वापस लौट जाना पड़ा।
बड़े घास की भूमि पर किया जा रहा था मकान निर्माण
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कटंगी में बड़े घास की भूमि पर उक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पिछले 2 वर्षों से मकान निर्माण किया जा रहा था। पिछले वर्ष एक छोटा सा बाथरूम तैयार किया गया वहीं इस वर्ष उस जगह पर पक्का मकान बनाया जा रहा था। जिसका वर्तमान में स्लैब कार्य ही शेष होना बताया जा रहा है। शिकायत होने पर जब इसकी जानकारी तहसील कार्यालय तक पहुंची तो इसे कार्यवाही में लिया गया।
पंचनामा बनाते तक सीमित रही कार्यवाही
जिस प्रकार से अधिकारी जेसीबी वाहन के साथ ग्राम कटंगी में पहुंचे थे उसको देखते हुए लग रहा था कि अतिक्रमण को पूरी तरह हटा दिया जाएगा, लेकिन महिला पुलिस बल की कमी होने के चलते राजस्व अमले द्वारा सिर्फ पंचनामा तैयार करने की कार्यवाही की गई। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को यह हिदायत दी गई कि वह स्वयं ही अपने अतिक्रमण को हटा ले अन्यथा आगामी समय में महिला पुलिस बल के साथ पहुंचकर अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की जाएगी।
क्या बहेला थाने में है महिला पुलिस बल का अभाव
जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार यह कार्यवाही सिर्फ महिला पुलिस बल के नहीं होने के कारण नहीं हो सकी है। इसमें सवाल यह उठता है कि जब महिला द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने प्रशासनिक अमला पहुंचा था इस दौरान महिला पुलिस बल को भी ले जाना चाहिए था। महिला पुलिस बल को कार्यवाही में ना ले जाना इस बात की ओर इंगित कर रहा है कि शायद बहेला थाने में महिला पुलिस बल का अभाव हो।
शासकीय कार्य में पहुंचाई गई बाधा
बताया जा रहा है कि कार्रवाई करने जो प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा था उस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कार्य में बाधा पहुंचाते हुए विवाद उत्पन्न किया गया। कार्यवाही को रोकने अपने पुत्र को जेसीबी के सामने कर दिया जाना बताया जा रहा है।