मामला शासकीय प्राथमिक शाला डाइट में हो रहे निर्माण कार्य का
बालाघाट।
डीपीसी कार्यालय के माध्यम से बालाघाट नगर मुख्यालय में एमएलबी स्कूल के समीप स्थित शासकीय प्राथमिक शाला डाइट के भवन का मरम्मत कार्य किया जा रहा है जिसे शुरू हुए करीब 2 माह से अधिक समय बीत चुका है इसके बावजूद भी इसके कार्य में प्रगति नजर नहीं आ रही है। आपको बताये कि डाइट प्राथमिक स्कूल के मरम्मतीकरण का कार्य दो ठेकेदारों को सौंपा गया है, जिसमें से एक ठेकेदार द्वारा कार्य पूरी जिम्मेदारी के साथ किया जा रहा है वही दूसरे ठेकेदार द्वारा कार्य तो शुरू कर दिया गया है लेकिन काम शुरू करने के बाद उसे काफी दिनों से अधूरा छोड़ दिया गया है। ऐसा लग रहा है कि वह ठेकेदार काम को शुरू कर उसे भूल गया है और डीपीसी कार्यालय के अधिकारियों को इस निर्माण कार्य की कोई फिक्र ही नहीं है जिसके कारण इसका निर्माण कार्य कछुए की चाल से चल रहा है।
दो ठेकेदारों को मिला है इसका काम
डाइट प्राथमिक स्कूल का काम वैसे तो बहुत छोटे स्तर का है फिर भी इस काम को दो ठेकेदारों को सौंप दिया गया है। यहां दोनों ठेकेदारों को दिए गए काम की लागत कुल मिलाकर करीब 15 लाख की बताई जा रही है जिसमें से एक ठेकेदार संजू ब्रम्हे द्वारा रिपेयरिंग कार्य पूरी गंभीरता के साथ किया जा रहा है तथा इनका कार्य लगभग आधा पूर्ण होने की कगार पर है। वही इसका आधा कार्य ठेकेदार निशिध श्रीवास्तव को दिया गया है जिनके द्वारा कार्य शुरू होने के बाद कुछ ही दिन काम करवाया गया है। इनके द्वारा इस कार्य को पूर्ण कराने किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है इसके बावजूद भी अधिकारी मौन बैठे हुए हैं।
एक ठेकेदार 15 दिन से नहीं कर रहा कार्य
डाइट प्राथमिक स्कूल में हो रहे मरम्मतीकरण कार्य का जायजा लिया गया तो पाया कि ठेकेदार निशिध श्रीवास्तव द्वारा काम शुरू कर देना दर्शाने के लिए भवन के ऊपर के कवेलू निकाल दिए गए हैं तथा सिर्फ एक दो कमरों में सिर्फ सीमेंट प्लास्टर किया गया है उसके बाद से ठेकेदार द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि इस ठेकेदार द्वारा 15 दिन से काम नहीं किया जा रहा है जिसके चलते स्कूल प्रबंधन भी इंतजार कर रहा है कि ठेकेदार द्वारा जल्द से जल्द कार्य कराया जाए ताकि यह स्कूल नए शैक्षणिक सत्र से अपने पुराने भवन में शिफ्ट हो जाए।
डाइट स्कूल के पास ही है डीपीसी कार्यालय
ज्ञात हो कि जिस जगह पर डाइट स्कूल में यह मरम्मत का कार्य हो रहा है उसके समीप ही निर्माण एजेंसी डीपीसी कार्यालय का जिला ऑफिस 500 मीटर की दूरी पर स्थित है और डीपीसी कार्यालय के निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग का जिम्मा है। इतने पास में होते हुए भी डीपीसी कार्यालय के अधिकारियों द्वारा न हीं निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है न हीं समय पर निर्माण कार्य पूर्ण कराने ध्यान दिया जा रहा है। इससे यह सवाल उठता हैं कि अगर दूरवर्ती क्षेत्रों में निर्माण कार्य कराए जा रहे होंगे तो उसकी मॉनिटरिंग किस प्रकार की जाती होगी।
नहीं थमाया गया किसी प्रकार का नोटिस
इस निर्माण कार्य में इतनी बड़ी लापरवाही किए जाने, ईटा जुड़ाई कार्य होने पर समय पर पानी की तराई नहीं करने व पिछले 15 दिनों से काम बंद रखने के बावजूद भी विभाग द्वारा संबंधित ठेकेदार को अभी तक किसी प्रकार का नोटिस तक नहीं दिया गया है। जिस प्रकार से विभागीय अधिकारियों द्वारा यहा हो रहे निर्माण कार्य पर लचीलापन बरता जा रहा है वह कहीं ना कहीं संदेह को जन्म दे रहा है। यही नहीं डीपीसी विभाग के वरिष्ठ उपयंत्री से जब इस बारे में बात की गई तो पता चला कि पिछले 15 दिनों से काम बंद है इसकी उन्हें जानकारी तक नहीं है।
कार्य को दिखवाने उपयंत्री को भिजवाता हूं - भास्कर शिव
जब इसके संबंध में डीपीसी कार्यालय के वरिष्ठ उपयत्री भास्कर शिव से मोबाइल पर चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि कितने दिनों से एक ठेकेदार द्वारा काम बंद रखा गया है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। वहां हो रहे कार्य का अवलोकन करने जल्द ही वे उपयंत्री को भिजवाएंगे। कार्य जल्द से जल्द पूर्ण हो इसके लिए कार्यवाही की जाएगी।