बालाघाट। नगर के नगरपालिका स्कूल मैदान पर पिछले 3 वर्ष से एस्टोटर्फ मैदान का निर्माण कार्य प्रारंभ है जो अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है, हॉकी खेल प्रेमी जनता द्वारा निर्माण कार्य जल्द पूरा होने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। यहां एस्टोटर्फ मैदान का निर्माण कार्य 7 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से कराया जा रहा है, इस निर्माण कार्य को पूरा होने में अभी और 3 माह का समय लगने की बात कही जा रही है। आपको बताएं कि यहां जो निर्माण कार्य किया गया है वह नए नवेले व्यक्ति द्वारा जिस प्रकार का कार्य किया जाता है उसी प्रकार का कार्य हो रहा है, जो भी व्यक्ति एस्ट्रोटर्फ मैदान को देखने पहुंचता है वह गैलरी को देखकर यही कहता है कि निर्माण कार्य सही नहीं कराया गया है।
3 महीने में भी नहीं तोड़े जा सके कालम
एस्टोटर्फ मैदान में गैलरी का निर्माण कराया गया उसको देखते ही नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों द्वारा इस पर आपत्ति जताई गई, साथ ही हॉकी खिलाडिय़ों द्वारा भी आपत्ति जताते हुए कहा गया था कि गैलरी सही नहीं बनाई गई है इसकी ऊंचाई ज्यादा कर दी गई है। इससे ऊपर गैलरी में बैठे दर्शकों को नीचे खेलते हुये हॉकी खिलाड़ी नहीं दिखेंगे। नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों की आपत्ति पर तीन-चार माह पूर्व निर्माण एजेंसी पुलिस हाउसिंग के भोपाल स्तर के अधिकारी एस्ट्रोटर्फ मैदान का निरीक्षण करने बालाघाट पहुचे थे। जिनके द्वारा पाया गया कि गैलरी निर्माण में कुछ खामियां है जिसके आधार पर उनके द्वारा बनाए गए 6 कालम तोडऩे के आदेश दिए गए थे, लेकिन वह कालम भी अभी तक नहीं तोड़े जा सके हैं।
सवा लाख रुपये जाएंगे पानी में
यह तो निश्चित हो गया है कि गैलरी में बनाए गए 6 कॉलम टूटना ही है। एक कॉलम में लोहा सीमेंट गिट्टी और लेबर चार्ज मिलाकर करीब 15 हजार रुपये का खर्च आया है इस प्रकार से 6 कालम में 90 हजार रुपए की लागत आई है। वही अब इन कालम को तोडऩे के लिए भी खर्च आ रहा है, बताया जा रहा है कि एक कालम को तोडऩे के लिए 5000 रुपए खर्च आएगा। उसके हिसाब से 6 कालम को तोडऩे के लिए 30 हजार रुपए लगने की बात कही जा रही है। इस प्रकार देखा जाए तो करीब सवा लाख रुपए व्यर्थ जा रहे हैं।
भाजपा नेता अग्रवाल करवा रहे इसका काम
आपको बताये कि इस एस्ट्रोटर्फ मैदान में हो रहे कार्य की निर्माण एजेंसी पुलिस हाउसिंग है वही इसका काम भाजपा नेता सत्यनारायण अग्रवाल को दिया गया है। जिस प्रकार से यहां गैलरी का निर्माण कार्य किया गया है वह खामियों से भरा है लेकिन निर्माण एजेंसी के अधिकारी कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। जो पिछले दिनों जांच पड़ताल की गई उसमें भी खामियों को छुपाने का ही कार्य किया गया है। इसमें सवाल उठता है कि गैलरी की जितनी ऊंचाई रखी गई है यह कहे कि जरूरत से ज्यादा। इसके लिए यदि ठेकेदार जिम्मेदार नहीं है तो निर्माण एजेंसी के अधिकारी जिम्मेदार है जिनके द्वारा गलत ड्राइंग तैयार कर दी गई। इस मामले में जांच कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में निर्माण कार्य हॉकी खेल मैदान की बारीकियों को देखते हुए किया जाए।
एक तरफ गैलरी बाकी तीन साइड कुछ नहीं
जिस प्रकार से यहां एस्टोटर्फ मैदान बनाया जा रहा था उसको देखते हुए नगर की जनता एवं खिलाडिय़ों द्वारा यही कहा जा रहा था कि 7 करोड़ 26 लाख रुपये में एक अच्छा हॉकी मैदान यहां देखने मिलेगा लेकिन जो निर्माण कार्य किया जा रहा है और जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार खेल प्रेमी जनता के बैठने के लिए एक ही साइड गैलरी बनाई गई है बाकी 3 साइड में कुछ भी निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है। इससे यही कहा जा सकता है कि हॉकी खेल देखने आने वाले लोगों को खड़े रहकर ही हॉकी खेल देखना पड़ेगा। पूर्व में जो मैदान था उसमें 2 साइड बैठने की व्यवस्था थी लेकिन अब उतनी भी बैठक व्यवस्था नहीं रहेगी, खेल प्रेमी जनता को गैलरी पर ही निर्भर रहना पड़ेगा।