बालाघाट। बरसात में खुलती है सरकारी विकास की पोल...

थोड़ी सी बारिश में डुब जाते है पुल
बालाघाट। नगर मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत गर्रा रेंगाटोला मार्ग पर पुलिया छोटा होने के कारण थोड़ी ही बारिश में डुब जाता है वही दुसरा मामला ग्राम लिंगा में देखा जाता है उसी प्रकार सालेटेका का छोटा पुलिया जो थोड़ी थोड़ी बारिश में डुब जाते है जिसके अंतर्गत आने वाले दर्जनों ग्राम के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और उन्हे लम्बे फेरे का सामना भी करना पड़ता है।
पुल डुबने से होती है दिक्कत
ग्रामीणों के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि बारिश के दिनों में यह मार्ग बंद हो जाते है क्योंकि मार्ग से गुजरने वाली नाला नदी में अधिक पानी होने के कारण पानी का बहाव नहीं हो पाता और पानी निकलने में दिक्कत होती है जिसके कारण जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। जिसके कारण गांव वालों को लगभग 20 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है।
एक पुल से दर्जनों गांव प्रभावित
ग्रामिणों के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि लिंगा पुल, सालेटेका का छोटा पुलिया और रेंगाटोला का छोटा पुलिया डुबने से उसके अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव में निवासरत लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसे गांव में मजदुरी के कार्य से मुख्यालय जाने वाले मजदूरों की रोजी रोटी पर संकट के बादल छा जाते और उनकी आर्थिक स्थित भी डाबाडोल हो जाती है। पुल से गांव वाले रोजाना आना जाना करते हैं लेकिन बारिश के दिनों में रास्ता बंद हो जाने के कारण इन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है इसके अलावा स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को बाढ़ आने के कारण 15 से 20 दिनों तक घर में ही रहना पड़ता है।
बच्चे पढ़ाई से होते है वंक्षित
बारिश के दिनों में जलभराव के कारण गांव का संपर्क जब टूट जाता है तो ग्राम में पढऩे वाले बच्चे कम से कम 15 से 20 दिनों तक घर मे रहने को मजबूर होते है जिनसे उनकी पढ़ाई में असर होता है और वे अन्य बच्चों से पढ़ाई में पिछड़ जाते है। यह सिधे-सिधे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है। जिस ओर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है मगर प्रत्येक वर्ष इस समस्या से अवगत कराये जाने के बावजूद प्रशासन द्वारा इस ओर कोई भी कदम नही उठाया जा रहा है।
लम्बी दूरी तय करने को मजबूर
इस मार्ग से लगभग 25 गांव के लोग सफर करते है और जलभराव की समस्या से इन गांव के लोगों को 20 किलोमीटर की दूरी अधिक तय करनी पड़ती है जिससे समय तो अधिक लगता हि है मगर साथ हि लम्बी दूरी तय करने अधिक ईधन की खपत होती है जिससे गांव के गरीब लोगों की जेब पर भी असर पड़ता है।
प्रशासन का नही ध्यान
जलभराव की यह समस्या सालों से जस की तस बनी हुई है मगर प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नही है। ग्रामीणों द्वारा बार-बार शिकायत किये जाने के बावजूद प्रशासन द्वारा इस मार्ग में मरम्मत का कार्य नही कराया जा रहा है और जलभराव से होने वाली समस्या पर ध्यान नही दिया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के ग्रमीणजनों में आक्रोश व्याप्त है।
इनका कहना है
सबसे बड़ी समस्या क्षेत्र में यह है कि बारिश के समय में थोड़ी सी बारिश होने के कारण पुल डुब जाता है जिससे निवासरत लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीण युवक रेंगाटोला
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