बालाघाट हरीश राहंगडाले : तानाशाह रेंजर से परेशान आदिवासीयों ने पूर्व मंत्री बिसेन से की शिकायत

बालाघाट : लालबर्रा क्षेत्र के वनग्राम चिखलाबडडी, नवेगांव के आदिवासी बैगा समाज के लोगों ने आज रेंजर जय कुमार डहरिया की तानाशाही के विरोध में पूर्व कृषि मंत्री और क्षेत्रिय विधायक गौरीशंकर बिसेन से षिकायत की। आदिवासी समाज के लोगों ने बताया कि कोरोना त्रासदी के बाद वनग्रामों में निवासरत अधिकांश आदिवासी परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में वे वनोपज और परिक्षेत्र में होने वाले कार्यो में मजदूरी करके जीवन यापन करने मजबूर है। लेकिन वनपरिक्षेत्र अधिकारी जय कुमार डहरिया के दवारा उन्हे ना तो रोजगार मूलक कार्यो में सामिल होने दिया जाता है और ना ही वनोपज का उपयोग करने दिया जा रहा है। जिससके उनके सामने गंभीर संकट खड़ा गया है। बताया गया कि इन दिनों वनोपज के तौर पर वे बांस की बीड़ों से पिहरी निकालकर आजीविका का निर्वहन करते है। परंतु परिक्षेत्र अधिकारी के दवारा उन्हे ऐसा करने से रोका जाता है। इसके साथ ही उन्हे बाहर जाने पर भी रोक लगा दी है। जिससे वे अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे है। एक आदिवास संतराम मरकाम ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हे धान पिसाई के लिए जाते समय परिक्षेत्र अधिकारी ने रोक दिया था। जिससे उसके परिवार को एक दिन भूखे रहने की नौबत भी आ गयी थी।
वनग्राम के आदिवासियों की शिकायत पर विधायक गौरीशंकर बिसेन ने तत्काल दक्षिण सामान्य वनमंडल के डीएफओं से दूरभाष पर चर्चा करते हुए उनकी समस्या के निदान के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि परिक्षेत्र अधिकारी के दवारा किए जा रहे ऐसे बर्ताव को लेकर वे बिल्कुल खामोश नहीं रहेंगे। यदि आगे भी इसी तरह की परेशानी होगी तो निश्चित ही डीएफओ जय कुमार डहरिया के विरूध्द कार्यवाही के लिए भी वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
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